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G20 समिट: बैंक-स्कूल बंद, बसों पर भी पाबंदी... अगले महीने दिल्ली में 3 दिन लागू होंगे ये नियम

सितंबर के महीने में दिल्ली में जी20 समिट होना है. इसको लेकर तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं. समिट को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने 08, 09 और 10 तारीख को छुट्टी का ऐलान किया है. इसी के साथ, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी कर दी है.

G20 Summit G20 Summit
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 25 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 12:24 PM IST

राजधानी दिल्ली में सितंबर महीने में बहुप्रतीक्षित G20 समिट होने जा रही है. इस समिट को लेकर दिल्ली में तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं. जी 20 समिट को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने 08, 09 और 10 तारीख को छुट्टी का ऐलान किया है. दिल्ली सरकार और एमसीडी के सभी दफ्तर भी इन तीन दिनों तक बंद रहेंगे. इसके साथ ही सभी स्कूलों में भी तीन दिनों का अवकाश होगा. इसी के साथ, दिल्ली पुलिस ने भी ट्रैफिक एडवाइजरी भी तैयार कर ली है. 

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इस दौरान दिल्ली पुलिस के नई दिल्ली जिले के तहत आने वाले बैंक और वित्तीय संस्थानों को भी बंद रखा जाएगा. पुलिस द्वारा पहले से चिह्नित दुकानों और व्यावसायिक जगहों को भी बंद रखा जाएगा.

ट्रैफिक पुलिस की क्या है तैयारी
इन तीन दिनों में आम लोगों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो, इसके लिए एक वर्चुअल हेल्पडेस्क बनाया जायेगा. इस हेल्पडेस्क के जरिए आपको अलग-अलग रूट की जानकारी मिल सकेगी. नई दिल्ली आने के लिए लोगों से मेट्रो का उपयोग करना सबसे अच्छा रहेगा. मेट्रो में कोई बदलाव या रोक-टोक नहीं होगी. इसी के साथ, एनडीएमसी एरिया के बाहर कोई रोक नहीं होगी. 

एयरपोर्ट जाने के लिए करें मेट्रो का इस्तेमाल
7 सितंबर की रात से कमर्शियल व्हीकल की एंट्री नई दिल्ली इलाके में बंद रहेगी. हालांकि, जरूरी सामान को लाने-ले जाने पर कोई रोक नहीं होगी. इसी के साथ, एनडीएमसी एरिया में बसें नहीं चलेंगी. अगर इन तीन में किसी को एयरपोर्ट जाना है तो मेट्रो का इस्तेमाल करना होगा. अगर अपनी गाड़ी से जाना है तो ज्यादा वक्त लेकर चलें, क्योंकि वीवीआइपी मूवमेंट की वजह से रोड  ट्रैफिक कई बार बंद रहेगा. 

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दिल्ली से गुजरने वाली गाड़ियों को किया जाएगा डाइवर्ट
जिन गाड़ियों को सिर्फ दिल्ली से गुजरना है, उन्हें ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर डाइवर्ट कर दिया जाएगा. वहीं, नई दिल्ली में इन तीन दिनों के लिए गुड्स व्हीकल लाने की इजाजत नहीं होगी. वहीं, जरूरी सामान लेकर आने वाली गाड़ियों को तय रूट से अंदर आने की अनुमति होगी. इन तीन दिनों तक कंट्रोल जोन 1 में टैक्सी और ऑटो नहीं आ सकेंगे, लेकिन जिन लोगों का इस इलाके में घर है या जो ऑनलाइन कैब बुक करते हैं उन्हें आने-जाने की अनुमति होगी. 

सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन रहेगा बंद
मेट्रो सेवा वैसे तो बाधित नहीं होंगी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन यात्रियों के लिए बंद रहेगा. इस मेट्रो स्टेशन से ना आप मेट्रो बोर्ड कर सकेंगे और ना ही मेट्रो से उतर सकेंगे. वहीं, प्रगति मैदान टनल,मथुरा रोड और भैरों रोड पूरी तरह से आम ट्रैफिक के लिए बंद रहेगी. बता दें, इन तीन दिनों तक एनडीएमसी एरिया, न्यू दिल्ली में रेस्ट्रिक्शन रहेंगे. मेट्रो से नई दिल्ली आने में रेस्ट्रिक्शन नही रहेगा. आम जनता को परेशानी से बचाने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, अस्पताल के लिए रूट्स तैयार किए जाएंगे. 

कंट्रोल ज़ोन 1, 7 और 8 कि रात से एक्टिवेट होगा और 11 कि दोपहर तक चलेगा. वहीं, कंट्रोल ज़ोन 2 और रिस्ट्रिक्टेड एरिया 9 और 10 कि रात से शुरू होकर 11 की दोपहर 2 बजे तक एक्टिव रहेगा. इन दिनों, 20 महत्पूर्ण पॉइंट 24 घंटे ग्रीन कॉरिडोर के लिए उपलब्ध रहेंगे. 

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जी 20 वर्चुअल हेल्पडेस्क से मिलेंगी ये जानकारी
ट्रांसपोर्टेशन सर्विस
ट्रैफिक मैनेजमेंट
एसेंशियल मैप्स
मेडिकल, एम्बुलेंस
ट्रैफिक अपडेट्स 

क्या है जी20 समिट
G-20 का गठन 1999 में हुआ था. तब ये वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों का संगठन हुआ करता था. इसका पहला सम्मेलन दिसंबर 1999 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ था.

2008-2009 में दुनिया में भयानक मंदी आई थी. इस मंदी के बाद इस संगठन में बदलाव हुए और इसे शीर्ष नेताओं के संगठन में तब्दील कर दिया गया. 2008 में अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में इसकी समिट हुई.

2009 और 2010 में साल में दो बार G-20 समिट का आयोजन होता था. 2009 में लंदन और पिट्सबर्ग में, जबकि 2010 में टोरंटो और सियोल में इसका आयोजन हुआ. 2011 के बाद से ये साल में एक बार ही होती है.

G-20 के सदस्यों में भारत के अलावा अर्जेंटिना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, तुर्की, यूके, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं.

दुनिया की 80 फीसदी जीडीपी और 75 फीसदी कारोबार G-20 के देशों में ही होता है. इतना ही नहीं, दुनिया की दो-तिहाई आबादी भी इन्हीं देशों में रहती है. 

भारत के पास है अध्यक्षता
G-20 का कोई स्थायी अध्यक्ष नहीं है. जिस सदस्य देश के पास इसकी अध्यक्षता होती है, वही समिट का आयोजन करता है. 1 दिसंबर 2022 से भारत के इसका अध्यक्ष है. भारत नवंबर 2023 तक G-20 का अध्यक्ष रहेगा. 

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प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल G-20 के लोगो और वेबसाइट को लॉन्च किया था. हालांकि, लोगो में 'कमल का फूल' इस्तेमाल करने पर इस पर विवाद भी खड़ा हो गया.

 

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