
दिल्ली के साउथ वेस्ट जिला के आईआईटी के पास बीती रात तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से पीएचडी के छात्र अशरफ नवाज खान की मौत हो गई. वह तीन बहनों का अकेला भाई था. उसके पिता को भी कुछ समय पहले ब्रेन हेमरेज हो गया था. वहीं दूसरे घायल पीएचडी स्टूडेंट का साकेत के मैक्स अस्पताल में इलाज चल रहा है.
ट्रामा सेंटर में मौजूद अशरफ की बुआ का कहना है कि दिल्ली में लोग रात में शराब के नशे में गाड़ी चला रहे हैं? जिन्हें पता ही नहीं होता कि कब और किसको टक्कर मार रहे हैं. ऐसे मामलों पर सरकार को गंभीरता से विचार करके एक्शन लेना चाहिए. यह बच्चा सड़क पार कर रहा था और उसे कार वाले ने उड़ा दिया. जरूर कार वाला नशे में होगा. इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि वो रात 2 बजे से कॉल कर रही थीं, लेकिन पुलिस वाले कह रहे थे कि आठ बजे आऊंगा.
अशरफ नवाज खान बिहार के सीवान का रहने वाला था. वह टेस्क्टाइल एंड फाइबर इंजीनियरिंग में आईआईटी से पीएचडी कर रहा था और हॉस्टल में रहता था. उसका 29 साल का दोस्त अंकुर शुक्ला भी सेम विभाग में पीएचडी कर रहा है. अशरफ के दोस्तों ने बताया कि उसका इंग्लैंड के एक विश्वविद्यालय में पोस्ट-डॉक्टोरल फेलोशिप के लिए चयन हुआ था और फरवरी में उसे जाना था.
अशरफ नवाज खान फरवरी में पोस्ट डॉक्टरेट की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड जाने वाला था. आईआईटी दिल्ली से पीएचडी कर रहे अशरफ ने बुधवार को दोस्तों के लिए एक छोटी पार्टी का आयोजन किया था. इसके बजाय, उसके दोस्त और परिवार सोमवार को एम्स में जेपी नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में अशरफ का पार्थिव शरीर लेने के लिए इकट्ठा हुए.
अशरफ के दोस्त पुष्पेंद्र कुमार ने कहा कि जब उसने हमें इंग्लैंड के एक विश्वविद्यालय में भर्ती होने के बारे में बताया तो मैं उसकी मुस्कान को नहीं भूल सकता. उसकी एक दोस्त ने कहा कि उसका कैरियर शुरू होने वाला था, लेकिन उसके सभी सपनों को कुचल दिया गया. अशरफ ने आईआईटी दिल्ली में साल 2015 में एमटेक में एडमिशन लिया था, उसके बाद उसने पीएचडी प्रोग्राम में इनरोल किया. वह पढ़ाई को लेकर इतना डेडिकेटेड था कि अकसर डिनर स्किप किया करता था. वह अपने घर में इकलौता कमाने वाला था.
पिता को ब्रेन हेमरेज, मां दिल की मरीज
उसके एक रिश्तेदार ने खुलासा किया कि अशरफ के पिता को हाल ही में ब्रेन हेमरेज हुआ था. उसकी मां दिल की मरीज हैं. वह अपने चार बच्चों में इकलौता बेटा था. अशरफ के पिता छोटे किसान थे जो अपने बेटे को आईआईटी भेजने के लिए मेहनत करते थे. उसके पिता चाहते थे कि वह अपने बेटे के साथ दिल्ली में रहें. इसके अलावा दो बहनों की पढ़ाई चल रही है और एक बहन की शादी हो चुकी है.
सऊदी और दुबई जाने वाला था अशरफ
परिजनों के मुताबिक, अशरफ दो महीने पहले एक कॉन्फ्रेंस में भाग लेकर इंग्लैंड से लौटा था. इंग्लैंड में विश्वविद्यालय जाने से पहले उन्हें कुछ सम्मेलनों में भाग लेने के लिए सऊदी अरब और दुबई जाने का कार्यक्रम था. अशरफ के दोस्तों ने कार से टक्कर मारने वाले ड्राइवर को सख्त से सख्त सजा देने की मांग करते हुए कहा कि किसी को भी शैक्षणिक संस्थान के नजदीक तेज गति से गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. बुधवार को एक बयान में IIT दिल्ली ने कहा कि संस्थान ने अपने छात्र के खोने पर शोक व्यक्त किया. हम अंकुर शुक्ला के शीघ्र स्वस्थ होने की भी प्रार्थना कर रहे हैं. संस्थान दोनों छात्रों के परिवारों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान कर रहा है.
हादसे पर क्या बोली पुलिस?
डीसीपी साउथ वेस्ट मनोज सी ने बताया कि इन दोनों स्टूडेंट को एक कार ने उस समय हिट किया है. जब दोनों रोड क्रॉस कर रहे थे. दोनों ही स्टूडेंट IIT दिल्ली से पीएचडी कर रहे हैं. इलाज के दौरान सफदरजंग हॉस्पिटल में अशरफ नवाज खान (30) ने दम तोड़ दिया, जबकि अंकुर शुक्ला (29) का इलाज मैक्स हॉस्पिटल साकेत में किया जा रहा है. पुलिस को वह कार कुछ दूर मिली, जिससे हादसा हुआ था. कार के ड्राइवर की पहचान कर ली गई है. अभी उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका है.
(इनपुट- अमरदीप)