
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 48 पर कब्जा जमाकर बीजेपी ने 27 साल बाद राजधानी की सत्ता पर कब्जा जमाया है. इस जीत और आप की हार के कई कारण हैं. लेकिन ये जानना भी जरूरी है कि आखिर उन सीटों पर क्या परिणाम रहा जहां 5 साल पहले यानी कि 2020 में दंगे हुए थे. बता दें कि नॉर्थईस्ट दिल्ली में साल 2020 में दंगा हुआ था. यहां विधानसभा की 6 सीटें आती हैं.
इन 6 सीटों पर क्या रहा परिणाम
नॉर्थईस्ट दिल्ली में आने वाली इन 6 विधानसभा सीटों में से आम आदमी पार्टी (आप) और बीजेपी को 3-3 सीट पर जीत मिली है. दरअसल, साल 2020 के विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के कुछ दिन बाद भड़की हिंसा की चपेट में सीलमपुर, घोंडा, बाबरपुर, गोकलपुरी (एससी), मुस्तफाबाद और करावल नगर आए थे. इनमें से सीलमपुर, बाबरपुर और गोकलपुरी में AAP ने जीत दर्ज की. वहीं, घोंडा, मुस्तफाबाद और करावल नगर में बीजेपी ने जीत का परचम लहराया है.
अब सीटवार जानें आंकड़ा
सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां AAP ने जीत हासिल की. आप उम्मीदवार चौधरी जुबैर अहमद ने भाजपा के अनिल कुमार शर्मा को 42,477 मतों से हराया. वहीं, गोपाल राय ने बाबरपुर सीट से तीसरी बार जीत हासिल की. यानी इस सीट पर भी आप का कब्जा रहा.
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वहीं, गोकलपुरी सीट से AAP के उम्मीदवार सुरेन्द्र कुमार ने जीत हासिल की. लेकिन घोंडा सीट पर भाजपा के अजय महावर ने 26,058 वोट से जीत दर्ज की. जबकि करावल नगर सीट पर भाजपा के कपिल मिश्रा ने जीत दर्ज की. उन्होंने AAP के मनोज कुमार त्यागी को 23,355 वोट से हराया.
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मुस्तफाबाद में बीजेपी का कमाल
सबसे ज्यादा चर्चा मुस्तफाबाद को लेकर थी. जहां बीजेपी के मोहन सिंह बिष्ट ने 17,578 मतों के बड़े अंतर से जीत हासिल की. यहां AAP के प्रत्याशी आदिल खान को 67,637 वोट हासिल हुए, जबकि दंगों के आरोप में जेल में बंद एआईएमआईएम के ताहिर हुसैन 33,474 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे. बता दें कि 70 सीटों में से बीजेपी ने 48 सीटों पर कब्जा जमाया जबकि आप 22 सीटों पर सिमट गई.