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दिल्ली के CP में कंस्ट्रक्शन साइट पर बड़ा हादसा, मार्बल गिरने से दो मजदूरों की मौत

पुलिस जांच के अनुसार, घटना जंतर-मंतर के पास एक आवासीय निर्माण स्थल पर हुई जहां मजदूर टाइल्स की रैक को एक जगह से दूसरी जगह स्थानांतरित कर रहे थे. पुलिस के मुताबिक रैक में 30-40 से अधिक टाइलें थीं और असंतुलन के कारण पूरी रैक श्रमिकों पर गिर गई.

दिल्ली के कनॉट प्लेस इलाके में एक कंस्ट्रक्शन साइट पर टाइल्स गिरने से दो मजदूरों की मौत. (Aajtak Photo) दिल्ली के कनॉट प्लेस इलाके में एक कंस्ट्रक्शन साइट पर टाइल्स गिरने से दो मजदूरों की मौत. (Aajtak Photo)
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 10 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 10:31 AM IST

दिल्ली के कनॉट प्लेस इलाके में शुक्रवार को एक कंस्ट्रक्शन साइट पर भारी टाइल्स गिरने से दो मजदूरों की मौत हो गई. पुलिस ने ठेकेदारों की ओर से लापरवाही का पता चलने के बाद इस हादसे में एफआईआर दर्ज की है. मृतकों की पहचान उत्तर प्रदेश के आगरा निवासी वेद प्रकाश (27) और बउली राम (36) के रूप में हुई है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना शाम करीब साढ़े छह बजे हुई.

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स्थानीय पुलिस स्टेशन से एक टीम बनाई गई और उन्होंने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की. दोनों घायल मजदूरों को आरएमएल अस्पताल ले जाया गया, जहां एक को मृत घोषित कर दिया गया और दूसरे ने कुछ देर बाद दम तोड़ दिया. पुलिस जांच के अनुसार, घटना जंतर-मंतर के पास एक आवासीय निर्माण स्थल पर हुई जहां मजदूर टाइल्स की रैक को एक जगह से दूसरी जगह स्थानांतरित कर रहे थे. पुलिस के मुताबिक रैक में 30-40 से अधिक टाइलें थीं और असंतुलन के कारण पूरी रैक श्रमिकों पर गिर गई.

पुलिस के अनुसार, जांच में निर्माण स्थल पर श्रमिकों के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपायों की घोर कमी उजागर हुई. अधिकारी ने कहा कि मजदूरों के लिए कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं थे. घटना के संबंध में मृतक वेद प्रकाश के भाई विजय प्रकाश के बयान पर कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 290/106/3(5) (पूर्ववर्ती आईपीसी की धारा 288/304ए/34) के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू कर दी गई है.

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गत 6 अगस्त को दिल्ली पुलिस ने राजस्व विभाग और एक गैर सरकारी संगठन के साथ संयुक्त अभियान में पूर्वोत्तर दिल्ली में एक जूट बैग निर्माण कारखाने से 11-17 वर्ष की आयु के अठारह बाल मजदूरों को रेस्क्यू किया था. इस मामले में नौ लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है. मुक्त कराये गये बच्चों को सहायता एवं पुनर्वास हेतु बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया.

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