
दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर सख्ती बढ़ा दी गई है. आकंड़ों की बात करें को राष्ट्रीय राजधानी में शाम 4 बजे AQI 407 रहा. जिसके चलते रविवार को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) की स्टेज III लागू करने के निर्देश जारी किए गए हैं. इसके साथ ही क्षेत्र में गैर-जरूरी निर्माण कार्यों पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा.
ग्रैप के कार्यान्वयन के लिए उप-समिति ने रविवार को क्षेत्र में वायु गुणवत्ता की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित की. जिसमें यह देखा गया कि पिछले 24 घंटों में हवा की गुणवत्ता में और गिरावट दर्ज की गई. बैठक में फैसला लिया गया है कि वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप की स्टेज I और II के अलावा स्टेज III को लागू किया जाना चाहिए.
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 4 नवंबर के बाद 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया है. यहां एक्यूआई 447 था. केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के डेटा की मानें तो बीती रात करीब 10 बजे आनंद विहार स्टेशन पर AQI 410 दर्ज किया गया, जो कि गंभीर श्रेणी में आता है. वहीं, राष्ट्रीय राजधानी का औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी AQI 370 दर्ज किया गया, जो कि बहुत खराब कैटेगरी में आता है.
बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को 'खराब', 301 से 400 को 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को 'गंभीर' माना जाता है.
गौरतलब है कि गत नवंबर महीने में दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण ने लोगों का सांस लेना दूभर बना दिया था. केंद्र की समिति CAQM ने 29 अक्टूबर को ग्रैप 3 लागू किया था. दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 400 के पार पहुंच गया था. जिसके मद्देनजर दिल्ली-एनसीआर में स्कूलों को बंद तक करने का फैसला किया गया था. हालांकि जैसे जैसे स्थिति सुधरी ग्रैप में ढील दी गई थी. लेकिन अब स्थिति के साथ ही अब एक बार फिर सख्ती कर दी गई है.
GRAP स्टेज 3 में इन कार्यों पर रहेगा प्रतिबंध
-दिल्ली-एनसीआर में निर्माण व तोड़फोड़ पर रोक होगी
-रेलवे, मेट्रो, एयरपोर्ट, आईएसबीटी, राष्ट्रीय सुरक्षा, डिफेंस, राष्ट्रीय महत्व के प्रोजक्टों को छूट
-ऐसे कार्य जो प्रदूषण नहीं फैलाते जैसे प्लंबिंग, इंटीरियर डेकोरेशन, इलेक्ट्रिकल और कारपेंटर आदि को भी छूट
-ईंट भट्टे, हॉट मिक्स प्लांट, स्टोन क्रशर नहीं चलेंगे
-राज्य सरकारें बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल की कारों पर रोक लगाने संबंधी निर्णय ले सकती हैं
-जिन औद्योगिक क्षेत्रों में पीएनजी इंफ्रास्ट्रक्चर और आपूर्ति नहीं है, वहां स्वीकृत ईंधन का उपयोग न करने वाले उद्योग सप्ताह में केवल पांच दिन ही काम कर सकते हैं.