
दिल्ली के तिलक नगर में विदेशी महिला की हत्या की कहानी काफी सनसनीखेज है. पुलिस ने इस मर्डर केस में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी पहचान 30 साल के गुरप्रीत सिंह के रूप में हुई है. वह दिल्ली के जनकपुरी का रहने वाला है. गुरप्रीत ने पुलिस को बताया कि कुछ साल पहले एक डेटिंग ऐप के जरिए महिला से दोस्ती हुई थी. इसके बाद से उससे बातें होने लगीं और मिलने भी जाने लगा. उसी ने महिला को स्विटजरलैंड से भारत बुलाया था.
पश्चिमी दिल्ली के होटल में ठहरी थी महिला
इसके बाद उससे फोन पर बात होती रहती थी. चार महीने महिला से मिलने स्विट्जरलैंड भी गया था. गुरप्रीत ने कहा कि उसे इस बात का शक हो गया था कि महिला के अन्य लोगों से भी संबंध हो गए हैं. इसी बात से वह नाराज था.
11 अक्टूबर को महिला स्विट्जरलैंड से दिल्ली आई और यहां पश्चिमी दिल्ली के एक होटल में ठहरी थी. गुरप्रीत ने महिला को होटल से बाहर बुलाया और विष्णु गार्डन इलाके की ओर ले गया. वहां उसने महिला से कहा कि वह उसे सरप्राइज देना चाहता है. इसके बाद गुरप्रीत ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी.
दुर्गंध आने लगी तो एमसीडी स्कूल के पास फेंकी लाश
आरोपी गुरप्रीत ने महिला के हाथ-पैर जंजीरों से बांध दिए थे. हत्या के बाद उसने शव को कार में रख दिया. वह शव को ठिकाने लगाने के लिए मौके की तलाश में इलाके में कार घुमाता रहा. उसे लगा कि हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, कहीं वह पकड़ा न जाए, इस वजह से उसने कार अपने घर के पास खड़ी कर दी और लाश को कार में ही रखा रहने दिया. जब काफी दुर्गंध आने लगी तो उसने हत्या के दो दिन बाद शव को एमसीडी स्कूल के पास फेंक दिया.
पुलिस को गुरप्रीत के अलावा महिला की पहचान करने वाला कोई नहीं मिला. पुलिस ने गुरप्रीत के परिवार के सदस्यों से भी इस संबंध में पूछताछ की है. फिलहाल पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है. पुलिस का कहना है कि गुरप्रीत लगातार अपना बयान बदल रहा है और गुमराह करने की कोशिश कर रहा है.
क्या था पूरा घटनाक्रम?
तिलक नगर एमसीडी स्कूल के पास हाथ-पैर बंधे हुए महिला का शव मिला था. महिला की उम्र लगभग 30 वर्ष थी. उसका शव प्लास्टिक बैग से ढका हुआ था और हाथ-पैर जंजीरों से बंधे थे. पुलिस ने जब इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उसमें सफेद रंग की कार नजर आई. कार के नंबर के आधार पर पुलिस जांच शुरू की. जहां-जहां से कार गुजरी, पुलिस ने उस रास्तों के सीसीटीवी खंगाले. इसके बाद पुलिस कार के मालिक तक पहुंच गई.
आरोपी ने 2 लाख में खरीदी थी सेकेंड हैंड कार
पुलिस का कहना है कि कार एक महिला के नाम पर थी. दरअसल, दिल्ली के जनकपुरी निवासी गुरप्रीत सिंह ने महिला उस के नाम पर सेकेंड-हैंड कार 2 लाख रुपये में खरीदी थी. अफसरों का कहना है कि आरोपी पुलिस को गुमराह करना चाहता था, इसलिए उसने ऐसा किया. जिसके नाम से कार खरीदी गई है, उस महिला ने पुलिस से कहा कि उसे नहीं पता था कि गुरप्रीत ने उसके दस्तावेज का इस्तेमाल कर कार खरीदी है.
आरोपी गुरप्रीत के घर से 2-10 करोड़ रुपये कैश मिले
पुलिस ने शुक्रवार देर रात जनकपुरी से कार बरामद कर ली. इसके बाद आरोपी गुरप्रीत को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी गुरप्रीत सिंह जनकपुरी में अपने माता-पिता और बहन के साथ रहता है. पुलिस को उसके घर से 2.10 करोड़ रुपये कैश मिला है.
कहां की रहने वाली थी महिला, डीसीपी क्या बोले?
क्या महिला स्विट्जरलैंड की निवासी थी. इस सवाल को लेकर डीसीपी (पश्चिम) विचित्र वीर ने कहा कि फिलहाल पुलिस अभी इसकी जांच में जुटी है. सूत्रों ने कहा कि पुलिस को स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख की एक महिला से संबंधित कुछ दस्तावेज मिले हैं. इसको लेकर स्विट्जरलैंड दूतावास से संपर्क किया जा रहा है.
चार दिन की पुलिस हिरासत में आरोपी
आरोपी गुरप्रीत सिंह शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस ने कहा कि गुरप्रीत के परिवार के पास कई संपत्तियां हैं. उसके घर से बड़ी मात्रा में कैश बरामदगी हुआ है. इसको लेकर आयकर विभाग को सूचना दे दी है.