
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने मुख्य सचिव धर्मेंद्र को पत्र लिखा हैं. उन्होंने पत्र में लिखा कि अधिकारी विधानसभा सदस्यों के पत्रों, फोन कॉल या मैसेजों का जवाब नहीं दे रहे हैं. उनके इस पत्र के सामने आने के बाद आप नेता सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 10 साल से बीजेपी वाले अफसरों को सिखा रहे थे. अब अफसरों को वो आदत हो गई है.
इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली विधानसभा के स्पीकर ने आजतक से खास बातचीत में कहा, 'हम नाराज नहीं है. विधायकों ने हमें बताया कि अफसर फोन नहीं उठाते है... चुने हुए प्रतिनिधियों के प्रोटोकॉल का सम्मान होना चाहिए. ब्यूरोक्रेट्स अगर मैसेज का जवाब नहीं देंगे या फोन नहीं उठाएंगे या सदस्यों को वापस कॉल नहीं करेंगे तो बातचीत में दिक्कत आती है.'
'हमने अपने सदस्यों की बात रखी'
वहीं, जब उनसे पूछा गया कि कौन-कौन से डिपार्टमेंट के अधिकारी हैं जो फोन कॉल नहीं उठाते. इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, नहीं ऐसा कोई विषय नहीं है और ना ही हमने इसको मुख्य मुद्दे के रूप में लिया है. सदस्यों ने अपने तरीकों से अपनी बातें कहीं हैं, लेकिन पत्र में हमने अपने सदस्यों की बात रखी है. हम चाहते हैं कि मैसेज नीचे तक चला जाए कि बातचीत रखनी है, फोन उठाना है ताकि लोगों के काम आसानी से हो सकें.
उन्होंने एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए कहा, देखिए प्रिविलेज और प्रोटोकॉल का किसी विभाग से संबंध नहीं होता है. और सच ये है कि जनता के काम होने चाहिए. जनता के प्रतिनिधियों को ये आत्मविश्वास होना चाहिए कि लोग हमारे पास आ रहे है तो उनका काम होना चाहिए. इसी उद्देश्य से सभी विभागों, नगर निगम, दिल्ली पुलिस, डीडीए इससे जुड़े हैं.
AAP नेता ने साधा निशाना
वहीं, स्पीकर के इस लेटर को लेकर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, पिछले 10 साल से बीजेपी वाले अफसरों को सिखा रहे थे कि मंत्री और विधायकों की मत सुनो...अब अफसरों को वो आदत हो गई. अब बीजेपी को दिक्कत हो रही है, क्योंकि अफसरों को जो आदत लगी थी. वो अभी-भी जारी है और अफसर फोन नहीं उठा रहे हैं...बीजेपी हमारा मजाक उड़ाती थी, जब हम कहते थे कि अफसर हमारी बात नहीं सुनते. अपनी दवाई का स्वाद बीजेपी चख रही है.