
जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के दिन शोभायात्रा के दौरान हुए उपद्रव को लेकर दिल्ली पुलिस अब एक्शन में है. दिल्ली पुलिस आरोपियों की धरपकड़ में जुटी है तो वहीं अब भी लोग खौफ में हैं. दोनों ही पक्षों के लोग हिंसा को याद कर अपना दर्द बयां कर रहे हैं.
लोगों का कहना है कि हम वर्षों से भाईचारे के साथ रहते आए हैं लेकिन तीसरे लोगों को हमारा भाईचारा रास नहीं आया और साजिश के तहत हमें लड़ाने का काम किया गया. आजतक ने जहां हिंसा हुई थी, वहां पहुंचकर आम लोगों से ही ये जानने की कोशिश की है कि हिंसा आखिर कैसे भड़की. एक पक्ष के व्यक्ति ने बताया कि इफ्तार के समय पर शोभायात्रा जा रही थी.
मस्जिद के करीब ही स्थित मंदिर के पुजारी ने बताया कि किसी ने हमसे कहा कि आप मंदिर बंद कर चले जाओ यहां दिक्कत हो सकती है. पुजारी ने कहा हम उसी समय मंदिर के कपाट बंद कर अपने घर रोहिणी चले गए.
जहांगीरपुरी के दूसरे मुहल्ले के लोग कह रहे हैं कि हम हमेशा ही भाईचारे के साथ रहते आए हैं लेकिन कुछ लोगों ने इसे तोड़ने की कोशिश की है. एक गली के लोगों ने बताया कि दूसरे पक्ष के लोगों ने भी हमारा समर्थन किया और हमसे घरों के अंदर चले जाने के लिए कहा. एक पक्ष की एक लड़की ने बताया कि दूसरे पक्ष के लोगों ने हमसे कहा कि घर बंद करके जल्दी से अंदर चले जाओ, ये लोग फालतू का लड़ाई-झगड़ा कर रहे हैं.
गली में रहने वाले दोनों पक्ष के लोगों ने उस दिन भी शांतिपूर्वक एक-दूसरे का सहयोग किया. कुछ लोग पथराव की भी चर्चा करते हैं. जहांगीरपुरी में भाईचारे के साथ रहते आए लोग हनुमान जयंती के दिन हुई घटना को भाईचारा तोड़ने की कोशिश बता रहे हैं. गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की ओर से प्रारंभिक तौर पर हिंसा की इस घटना को सुनियोजित साजिश बताया गया है.