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राजधानी में जश्न-ए-रेख़्ता का आगाज़, शेरो-शायरी से गुलजार हुई महफिल

8 से 10 दिसंबर तक चलने वाले इस तीन दिवसीय समारोह में देश के मशहूर शायर, गायक और कलाकार शामिल हो रहे हैं. एक तरफ जहां मशहूर अदाकारा वहीदा रहमान और पद्म विभूषण से सम्मानित शास्त्रीय गायक पंडित जसराज ने कार्यक्रम की शुरुआत की. वहीं मशहूर गायक उस्ताद रशीद खां ने अपनी गजल पेश की और समां बांधा.

फाइल फोटो (फोटो क्रेडिट-@Rekhta) फाइल फोटो (फोटो क्रेडिट-@Rekhta)
सना जैदी
  • नई दिल्ली,
  • 08 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 12:18 AM IST

राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में रेख़्ता फाउंडेशन की तरफ से शुक्रवार को जश्न-ए-रेख्ता का आगाज हुआ. दिल्ली में जश्न-ए-रेख़्ता कार्यक्रम का ये चौथा आयोजन है. इस कार्यक्रम का आगाज अदाकारा वहीदा रहमान और पद्म विभूषण से सम्मानित शास्त्रीय गायक पंडित जसराज ने किया.

8 से 10 दिसंबर तक चलने वाले इस तीन दिवसीय समारोह में देश के मशहूर शायर, गायक और कलाकार शामिल हो रहे हैं. एक तरफ जहां मशहूर अदाकारा वहीदा रहमान और पद्म विभूषण से सम्मानित शास्त्रीय गायक पंडित जसराज ने कार्यक्रम की शुरुआत की. वहीं मशहूर गायक उस्ताद रशीद खां ने अपनी गजल पेश की और समां बांधा.

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जश्न-ए-रेख्ता के आगाज के साथ दिल्ली की शाम उर्दू के फन और शेरो-शायरी से गूंज उठी. इस दौरान लोगों ने काफी संख्या में उर्दू के अदीब शायरों और मुशायरों की महफिल में लुत्फ उठाया. इस दौरान वहीदा रहमान ने कहा कि उर्दू भारत की भाषा है, किसी एक मुल्क या धर्म की भाषा नहीं है. उन्होंने कहा कि उर्दू जापान जैसे देश में भी बोली जाती है.

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