
शिवसेना के बाद अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सहयोगी जनता दल युनाइटेड (JDU) ने भी खुलकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का समर्थन किया है. जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए और मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दखल देना चाहिए. इससे पहले बिहार में विपक्षी दल आरजेडी भी केजरीवाल के धरने का समर्थन कर चुकी है.
इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस (TMC), तेलुगु देशम पार्टी (TDP), जनता दल सेक्युलर (JDS), माकपा और राष्ट्रीय लोक दल (RLD) समेत अन्य विपक्षी दल भी केजरीवाल का खुलकर समर्थन कर चुके हैं. शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू खुद केजरीवाल के समर्थन में आए.
सोमवार को आजतक से खास बातचीत में जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा, 'हम न धरना देने के पक्ष में हैं और न धरना का विरोध करने वालों के साथ. हालांकि अरविंद केजरीवाल की दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की मांग और मामले में पीएम मोदी के दखल देने का समर्थन करते हैं.' उन्होंने कहा कि अगर मामले पीएम मोदी हस्तक्षेप करेंगे, तो बहुत अच्छा होगा. यह दिल्ली के जनता के हित में है.
जेडीयू पहले से ही कर रही है दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग
जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि हम दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग आम आदमी पार्टी से पहले से कर रहे हैं. अब इस पर बहस होनी चाहिए. हालांकि मुख्य सचिव के साथ हुए दुर्व्यवहार को हम अच्छा नहीं मानते हैं. अगर ब्यूरोक्रेसी की शिकायत है कि उनके आदमी को मेनहैंडल किया गया और हमला किया गया, तो मुख्यमंत्री को इसकी कड़ी निंदा करनी चाहिए.
सरकार के आदेश की अवहेलना नहीं कर सकते अधिकारी
आईएएस एसोसिएशन के अधिकारियों के हड़ताल पर न होने के बयान पर त्यागी ने कहा कि किसी राज्य की चुनी हुई सरकार के अधिकारियों को असहयोग करने का कोई अधिकार नहीं है. अधिकारी सरकार के आदेश की अवहेलना कर ही नहीं सकते हैं. अगर दिल्ली के बाहर बीमारी फैल जाए और अधिकारी मुख्यमंत्री का कहना न माने, तो क्या होगा? उन्होंने आईएएस अधिकारियों और केजरीवाल दोनों से हड़ताल खत्म करने की अपील की है.
किसी भी सरकार को अपदस्त करने के खिलाफ
मुख्यमंत्रीयों के समर्थन पर केसी त्यागी ने कहा, 'मैं किसी भी चुनी हुई सरकार को अपदस्थ करने के खिलाफ हूं. कई नेताओं के बयान हैं कि राष्ट्रपति शासन होना चाहिए, लेकिन मैं इसके खिलाफ हूं. कोई भी चुनी हुई सरकार को राज्यपाल के जरिए अस्थिर नहीं किया जा सकता है. जहां तक चार मुख्यमंत्री का सवाल है, तो वो उनकी पॉलिटिकल फिलॉस्फी का हिस्सा है, जो नॉन कांग्रेस और नान BJP फ्रंट बन रहा है. केजरीवाल भी इस फ्रंट का समर्थन करते हैं, इसलिए कांग्रेस पार्टी ने इस से दूरी बना ली है.