
दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में पांच जनवरी को हिंसा हुई थी. इस मामले में दिल्ली पुलिस लगातार सवालों से घिरी रही. हिंसा के लगभग एक सप्ताह गुजर जाने पर भी दिल्ली पुलिस स्केच के सहारे हिंसा में शामिल छात्रों की पहचान का दावा करती रही. दिल्ली पुलिस से पहले ही 'आजतक' आरोपियों तक पहुंच गया और अंडरकवर रिपोर्टर से बात करते हुए आरोपियों ने हिंसा में शामिल होने की बात कैमरे पर कबूली है.
आरोपियों से होगी पूछताछ
आरोपियों का कुबूलनामा प्रसारित होने के बाद हरकत में आई दिल्ली पुलिस ने आजतक से स्टिंग के टेप मांगे और इसे भी जांच में शामिल किया. वहीं दूसरी ओर क्राइम ब्रांच ने हिंसा में शामिल नौ आरोपियों नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए तलब किया है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरोपियों से सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया है. कुछ छात्रों को हॉस्टल जाकर नोटिस थमाए गए हैं, वहीं कुछ को ई- मेल किया गया है.
जानकारी के अनुसार जिन छात्रों को नोटिस थमाए गए हैं, उनमें कुछ लड़कियां भी हैं. लड़कियों से पूछताछ के लिए समय और स्थान खुद तय कर बताने को कहा गया है. क्राइम ब्रांच के अनुसार लड़कियों की ओर से बताई गई जगह पर दिल्ली पुलिस की महिला अधिकारी तय समय पर जाकर पूछताछ करेगी. वहीं पुरुषों को कमला मार्केट क्राइम ब्रांच के SIT दफ्तर में आने को कहा गया है. पूछताछ के लिए नहीं पहुंचने वालों को फिर से नोटिस भेजा जाएगा.
व्हाट्सएप ग्रुप के 37 लोगों की पहचान
स्टिंग में यह बात भी सामने आई थी कि हिंसा की योजना एक व्हाट्सएप ग्रुप में बनी थी. यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट नामक इस ग्रुप से जुड़े 37 से अधिक लोगों की पहचान भी क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने कर ली है. क्राइम ब्रांच के अनुसार इन्हें भी जल्द ही नोटिस भेजी जाएगी.
स्टिंग में छात्रों का कबूलनामा
आजतक ने शुक्रवार को स्टिंग ऑपरेशन का प्रसारण किया था, जिसमें छात्रों ने अंडरकवर रिपोर्टर से हिंसा को लेकर कई खुलासे किए थे. हिंसा का ताना-बाना कैसे बुना गया, कौन-कौन लोग इस हिंसा में शामिले थे समेत विभिन्न बिंदुओं पर बात करने के साथ ही आरोपियों ने वीडियो में खुद ही अपनी पहचान भी की थी और यह भी बताया था कि इसमें उनकी भूमिका क्या थी.