
CAG रिपोर्ट में दिल्ली के राशन सिस्टम पर सवाल उठने के बाद अब केजरीवाल सरकार पर विरोधियों ने निशाना साधा है. बता दें कि रिपोर्ट से FCI के गोदामों से राशन की दुकानों तक अनाज पहुंचाने के लिए स्कूटर, बस, ऑटो और बाइक तक का इस्तेमाल करने की बात भी सामने आई है.
विधायक कपिल मिश्रा ने कहा है कि CAG रिपोर्ट के आधार पर शुक्रवार को वो खुद CBI दफ्तर जाकर मंत्री इमरान हुसैन की शिकायत करेंगे. कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार की राशन माफिया से सीधी मिलीभगत है, जिसके जिम्मेदार खुद मंत्री इमरान हुसैन हैं.
मिश्रा ने आरोप लगाया कि कुछ दिनों पहले 4 लाख नकली राशनकार्ड पकड़ में आये थे, लेकिन मंत्री इमरान हुसैन ने राशनकार्डों को रद्द ना करने के आदेश दिए थे. मिश्रा ने आरोप लगाया कि इन नकली राशनकार्डों के जरिए हर महीने 150 करोड़ रुपये के राशन का घोटाला किया गया. मिश्रा ने आरोप लगाया कि इस हिसाब से ये घोटाला साल का 1800 करोड़ और तीन साल में 5400 करोड़ रुपये का हो गया है.
कपिल मिश्रा ने सीएम केजरीवाल पर भी आरोप लगाया कि तीन सालों तक केजरीवाल ने कभी राशन घोटाले की बात नहीं की, लेकिन जनवरी में मशीनें लगने के बाद जैसे ही फर्जी राशन कार्ड पकड़े गए तो सीएम केजरीवाल ने डोर स्टेप डिलीवरी की बात शुरू कर दी. ये घोटाला इसलिए पकड़ा गया क्योंकि सरकारी गाड़ियों का ऑडिट CAG ने किया जबकि डोर स्टेप डिलीवरी में सारा कुछ प्राइवेट आदमी को दिया जाएगा और CAG ऑडिट नहीं कर पायेगा.