
पिछले हफ्ते दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की मेयर और तमाम दूसरे नेताओं की चेतावनी के बाद भी बीते दिनों दिल्ली सरकार ने नगर निगम को 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का फंड जारी कर दिया था. इसके बाद ऐसा लगा था कि अब दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम के बीच टकराव खत्म हो जाएगा. लेकिन अब दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने केजरीवाल सरकार को घेरने का मन दोबारा से बना लिया है.
शुक्रवार दोपहर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निवास के बाहर दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की मेयर सुनीता कांगड़ा, नेता सदन कमलजीत सहरावत और स्थाई समिति के चेयरमैन भूपेंद्र गुप्ता धरने पर बैठेंगे. यह नेता केजरीवाल सरकार से दिल्ली नगर निगम के हिस्से का फंड अब तक ना देने के विरोध में धरना देंगे.
दरअसल पिछले ही हफ्ते दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के तमाम नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केजरीवाल सरकार को यह चेतावनी दी थी कि अगर 1 हफ्ते में नगर निगम के हिस्से का फंड दिल्ली सरकार ने जारी नहीं किया गया तो नगर निगम के तमाम नेता मुख्यमंत्री आवास के बाहर न केवल धरने पर बैठेंगे बल्कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का घेराव भी करेंगे.
इसके 3 दिन बाद ही दिल्ली सरकार ने तीनों निगमों को तकरीबन डेढ़ सौ करोड़ रुपए का फंड जारी कर दिया था. उस वक्त ऐसा लगा था कि शायद दिल्ली नगर निगम और केजरीवाल सरकार के बीच लंबे समय से टकराव खत्म हो जाएगा. लेकिन अब निगम के नेताओं के धरना देने की योजना से इस बात का खंडन होता है.
आपको बता दें कि लंबे समय से दिल्ली नगर निगम और दिल्ली सरकार के बीच फंड को लेकर टकराव जारी है. एक तरफ दिल्ली नगर निगम ये दावा करता है कि केजरीवाल सरकार उनके हिस्से का फंड जारी नहीं कर रही तो दूसरी तरफ केजरीवाल सरकार हमेशा ये दावा करती है कि निगम को उसके हिस्से से ज्यादा फंड जारी किया जा चुका है.