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आखिरकार आप सरकार और एलजी हाउस के बीच डेडलॉक खत्म हुआ और मोहल्ला क्लीनिक की रुकी हुई फाइल क्लीयर हो गई. ऐसे में बुधवार को आप विधायकों का प्रोटेस्ट आखिरकार रंग लाया. इस पूरे मामले में आप का पलड़ा भारी रहा.
गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एलजी अनिल बैजल के साथ मीटिंग के लिए पहुंचे, तो तमाम आशंकाएं सामने थीं. एक दिन पहले ही आम आदमी पार्टी के 45 विधायक एलजी हाउस के भीतर ही धरने पर बैठ गए थे और मोहल्ला क्लीनिक की फाइल क्लीयर होने तक उठने को तैयार नहीं थे. गुरुवार को सीएम केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन एलजी अनिल बैजल के साथ मीटिंग के लिए पहुंचे. मीटिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग और मोहल्ला क्लीनिक प्रोजेक्ट से जुड़े तमाम अधिकारी पहले ही मौजूद थे. करीब सवा पांच बजे सीएम और एलजी की बैठक शुरु हुई और साढे पांच बजते बजते खबर आ गई कि मोहल्ला क्लीनिक को लेकर सरकार और एलजी हाउस के बीच डेडलॉक खत्म हो गया है.
बमुश्किल बीस मिनट चली मीटिंग में मोहल्ला क्लीनिक की फाइल क्लीयर होने की जानकारी खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बाहर लेकर आए. एलजी हाउस के बाहर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मीटिंग अच्छी रही और मोहल्ला क्लीनिक से जुड़े तमाम मसले इसी मंगलवार तक सुलझा लिए जाएंगे. हालांकि सीएम केजरीवाल इस मीटिंग के बारे में ज्यादा बात करने के मूड में नजर नहीं आए, लेकिन उनके चेहरे पर चमक बता रही थी कि उन्हें अपनी जीत का एहसास हो रहा था. इसीलिए उन्होंने ऐलान की शक्ल में अपने विधायकों को भी कहा कि मंगलवार तक उनके इलाके में मोहल्ला क्लीनिक निर्माण में आ रही दिक्कतों का निपटारा हो जाएगा.
गौरतलब है कि बुधवार दोपहर में आम आदमी पार्टी के 45 विधायक एलजी से मिलने राजनिवास पहुंचे थे. हालांकि एलजी हाउस के मुताबिक एलजी ने सिर्फ चार विधायकों को मिलने का वक्त दिया था. लेकिन इसके बाद बात इतनी बढ़ गई कि 45 विधायक एलजी हाउस छोड़ने तो तैयार ही नहीं हुए. आखिरकार 7 घंटे का ड्रामा गुरुवार को सीएम और एलजी की मीटिंग तय होने के बाद खत्म हुआ था और गुरुवार को महज़ बीस मिनट में मामला सुलझा लिया गया.
आसपास भी फटकने नहीं दिया
बुधवार को जो विधायक एलजी हाउस के भीतर डेरा डालकर बैठ गए थे, गुरुवार को पुलिस ने उन्हें एलजी हाउस के आसपास भी नहीं फटकने दिया. बुधवार की घटना के बाद सबक लेते हुए पुलिस ने एलजी हाउस की जबरदस्त घेराबंदी कर दी, नतीजा ये हुआ कि सीएम एलजी की बैठक के वक्त जो विधायक एलजी हाउस पहुंचे, वो सड़क पर बारिश में भीगते नजर आएं. गुरुवार शाम को पांच बजे एलजी हाउस में उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ सीएम केजरीवाल की मीटिंग तय थी. इस मीटिंग में विधायकों का कोई काम नहीं था और न ही उन्हें मीटिंग के लिए कोई बुलावा भेजा गया था, लेकिन कई विधायक एलजी हाउस पहुंचे. उन्हें पुलिस ने सड़क किनारे ही बैरिकेडिंग कर एलजी हाउस के आसपास भी नहीं फटकने दिया.
किया इंतजार
बारिश में भीगते विधायक संजीव झा ने बताया कि वो यहां बिना बुलाए आए हैं, क्योंकि ये लड़ाई वो अपने इलाके में मोहल्ला क्लीनिक खुलवाने के लिए लड़ रहे हैं. उन्होंने पुलिस के इंतजामों पर हैरानी जताई और कहा कि पुलिस उनके साथ ऐसा व्यवहार कर रही है जैसे वो कोई अपराधी हों, न कि चुने हुए प्रतिनिधि. चांदनी चौक से विधायक अल्का लांबा ने कहा कि उन्हें सड़क किनारे खड़ा रहना मंजूर है, उन्हें कोई खातिरदारी नहीं चाहिए, लेकिन मकसद मोहल्ला क्लीनिक से जुड़़ी फाइलों को क्लीयर कराना है. झा और लांबा के अलावा करीब दस से बारह विधायक पुलिस बैरिकेड के बाहर मीटिंग खत्म होने का इंतजार करते नजर आए.