
दिल्ली सरकार और एलजी नजीब जंग के बीच अधिकारों की जंग एक बार फिर तेज हो गई है. दिल्ली महिला आयोग में हुई भर्तियों की जांच कर रही एसीबी ने शुक्रवार को डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया से पूछताछ की तो सिसोदिया ने एलजी से लेकर केंद्र तक पर निशाना साधा. दिल्ली सरकार के फैसलों की फाइलों की जांच कर रही शुंगलु कमेटी को लेकर दिल्ली सरकार के रिजॉलुशन के बाद सामने आई राजभवन की प्रेस रिलीज. बयान जारी कर एलजी ने सरकार को घेरा और कहा कि 400 फाइलों की सच्चाई सामने आनी चाहिए और इससे चुनी हुई सरकार डर क्यों रही है?
सच्चाई सामने आने से डर क्यों?
एलजी के बयान में कहा गया है कि जैसा कि दावा किया जा रहा है कि सबकुछ नियमों के तहत किया गया तो चुनी हुई सरकार सच्चाई सामने आने से डर क्यों रही है. एलजी ऑफिस ने दिल्ली कैबिनेट के उस रिजॉलुशन को लेकर भी हैरानी जताई है जिसमें शुंगलू कमेट की असंवैधानिक करार दिया गया था. बयान में इस बात पर भी हैरानी जताई गई है कि तीन सीनियर अधिकारियों की इस समिति को कामकाम से रोकने के लिए ये दूसरा रिजॉलुशन है.
कानून का पालन क्यों नहीं हुआ
एलजी ऑफिस की ओर से कहा गया है कि जिन फाइलों की बात की जा रही है उन्हें एलजी ऑफिस ने नहीं मंगाया था बल्कि मंत्रियों ने खुद भेजे थे और जिनमें अपनाई गई प्रक्रिया को नियम के अनुरूप नहीं पाया गया था. मंत्रियों ने माना था कि इन फैसलों में कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया था और इन्हें रेगुलराइज करने की जरूरत है.