
पुलिस ने एक शख्स को अपने ही अपहरण की झूठी कहानी रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है. पीड़ित पर आरोप है कि उसने अपने किडनैपिंग की झूठी खबर अपने घर वालों को दी और फिरौती की रकम की मांग की और धमकी दी कि अगर पैसे नहीं मिलेंगे तो पीड़ित की जान जा सकती है.
27 सितंबर की शाम करीब 6:30 बजे उत्तर प्रदेश के बिजनौर के रहने वाले तेजपाल सेंट्रल डिस्टिक के देश बंधु गुप्ता रोड थाने पहुंचे और वहां पर पुलिस को बताया कि उनका बेटा गायब है. तेजपाल ने पुलिस को बताया कि उनकी अपने बेटे से आखिरी बार बातचीत 19 सितंबर को हुई थी. उसने तब अपने पिता से कहा था कि उसे तुरंत पैसों की सख्त जरूरत है. इसके बाद उन्होंने अलग-अलग मौकों पर अपने बेटे के अकाउंट में 75 हजार रुपये जमा कराए. पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा सुशांत रोहतक रोड के कंपनी में काम करता है और कंपनी की ही कंपाउंड में रहता भी है.
जब 19 सितंबर के बाद अपने बेटे सुशांत से बात नहीं हो सकी तो पिता छोटे बेटे के साथ 24 सितंबर को सुशांत के ऑफिस पहुंचे. वहां पर जाकर पता लगा कि सुशांत तो 8 सितंबर को जब सैलरी मिली तो उसके बाद से ही ऑफिस नहीं आ रहा है. अभी पुलिस इस मामले की जांच कर ही रही थी कि तभी 27 सितंबर की सुबह सुशांत के छोटे भाई के मोबाइल पर सुशांत के मोबाइल से एक मैसेज आया, जिसमें लिखा था कि सुशांत ने उनसे डेढ़ लाख रुपए लोन लिए थे. जिनमें से वह 75 हजार वापस कर चुका है, जबकि 75 हजार अब भी बाकी है.
इसके बाद पुलिस ने सुशांत के बैंक के अकाउंट की डिटेल निकाली और साथ मे उसके मोबाइल की लोकेशन भी निकाली. इसके बाद पुलिस को पता लगा कि सुशांत को ऑनलाइन ट्रेडिंग की लत है और पुलिस को यह भी पता लगा कि 24 सितंबर के बाद से सुशांत का मोबाइल ज्यादातर बंद रहता है और उसके बाद सिर्फ मैसेज के ही जरिए उस मोबाइल का इस्तेमाल हो रहा है, इस दौरान सुशांत के छोटे भाई के पास लगातार धमकी भरे मैसेज आ रहे थे जिसके बाद सुशांत के पिता ने 11 हजार और सुशांत के अकाउंट में जमा करा दिए, जांच में पता लगा कि यह पैसे भी तुरंत ऑनलाइन ट्रेडिंग में इन्वेस्ट कर दिया गया.
इस दौरान पुलिस को पता लगा कि सुशांत के मोबाइल की लोकेशन पुरानी दिल्ली में कश्मीरी गेट के आसपास है जिसके बाद पुलिस ने उस इलाके में ट्रैप लगा दिया और पुलिस की एक टीम ने देखा कि सुशांत एक पार्क के पास खुद ही टहल रहा है जिसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया और सीधे पूछताछ के लिए थाने लेकर गई.
वहां पर पहुंचकर सुशांत ने बताया कि उसका कभी कोई अपहरण नहीं हुआ बल्कि उसने खुद ही यह पूरी साजिश रची. दरअसल, उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग की लत लग गई थी और इसमें उसे अच्छा खासा नुकसान हो गया, ऑफिस में काम करने वाले लोगों के अलावा अपने दोस्तों से भी उसने उधार ले रखा था, सुशांत के पिता ने जब पैसे ना होने की बात कही तो सुशांत ने अपने अपहरण की झूठी साजिश रची. फिलहाल पुलिस ने सुशांत को सही सलामत बरामद कर लिया है और पूरे मामले की जांच कर रही है.