
दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन के आसपास के इलाके बेगमपुर, सर्वप्रिया विहार के कुछ लोगों ने मेट्रो की वजह से घर में दरार पड़ने की शिकायत की है. इन लोगों का कहना है कि पिछले 1-2 साल से जबसे इनकी कॉलोनी के नीचे से मेट्रो गुजरने लगी है तभी से इनकी घरों में दरार आने लगी है.
दरअसल इस कॉलोनी के नीचे से मेट्रो की मजेंटा लाइन गुजरती है जिसकी शुरुआत करीबन डेढ़ साल पहले ही हुई है. लोगों का कहना है कि इस मेट्रो की शुरुआत के बाद से ही हालात ऐसे बने हुए है और अब इन लोगों को यहां रहने में भी डर लगने लगा है. कॉलोनी के लोगों का कहना है कि नीचे से जब मेट्रो गुजरती है तो कंपन अधिक होता है. जिसकी वजह से लगातार दरारें बढ़ती जा रही है.
डर के साए में जी रहे लोग
बेगमपुर में पिछले 40-45 साल से कॉलोनी में रह रही संतरा देवी के मुताबिक उनके पुराने मकान में कभी ऐसी परेशानी नहीं आई लेकिन अब जब से मेट्रो नीचे से गुजरने लगी है, तभी से ये परेशानी बढ़ गयी है. वहीं ऐसा ही कुछ हाल महावीर प्रसाद का भी है. लेकिन बढ़ती दरारों से चितिंत इस परिवार ने खुद ही मरम्मत का काम करवाना शुरू कर दिया है.
पूरे घर में दारार पड़ जाने के बाद इस परिवार ने कई बार मरम्मत का काम करवाया है. लेकिन बढ़ती दरारों के चलते अब पूरे परिवार का डर काफी ज्यादा बढ़ गया है. उनका कहना है कि सोते वक्त पूरा बेड हिलता है जिसकी वजह से डर और बढ़ जाता है.
एक बुज़ुर्ग महिला ने बताया कि कुछ दिन पहले उनकी बिल्डिंग का एक बड़ा हिस्सा टूटकर गिर गया. गनीमत ये रही कि उस वक्त इस जगह पर कोई मौजूद नहीं था वरना कोई बड़ी घटना घट सकती थी. उसके बाद बिल्डिंग में रह रहे लोगों ने इसकी मरम्मत का काम करवाया.
मेट्रो के कारण मकानों में दरारों का ये मामला सर्वप्रिया विहार में ही नहीं बल्कि बेगमपुर गांव में भी नजर आया है. इस जगह भी नीचे से मेट्रो की यलो लाइन गुजरती है. लोगों का कहना है कि मेट्रो की वजह से उनका पूरा घर टूटने लगा है. इस जगह आज तक की टीम सुखविंदर सिंह के घर पंहुची. यहां हालात बेहद ज्यादा खराब नजर आये. इस घर की पूरी फर्श टूटी हुई नजर आई.
सुखविंदर सिंह का कहना है जो फर्श कभी प्लेन थी वो उठ कर ऊपर आने लगी है जिसकी वजह से पूरे घर की तस्वीर ही बदल गई है. सुखविंदर अपने पूरे परिवार के साथ इस घर में रहते हैं. उनका कहना है कि पूरा परिवार डर के साये में जी रहा है. छोटे बच्चे भी टूटी हुई फर्श के चलते कई बार खेलते-खेलते गिर जाते है. फर्श ऐसी हो गयी है कि घर के दरवाजे तक बंद या खुल नहीं पाते हैं.
बेगमपुर गांव के एक और घर में आजतक की टीम ने जायजा लिया. यहां भी दीवारों में हमें काफी दरारें नजर आईं. घर के मालिक ने बताया मेट्रो से इसकी शिकायत की गई. जिसके बाद मेट्रो की तरफ से एक बार मरम्मत भी कराई गई. लेकिन कुछ दिन बाद फिर से दरारें पड़नी शुरू हो गई.
क्या है मेट्रो का कहना
जब इस मामले पर हमने दिल्ली मेट्रो से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि मेट्रो को वाइब्रेशन से जुड़ी शिकायतें जरूर मिली हैं. जिसके बाद काफी हद तक ट्रेनों की स्पीड को इन जगहों पर कम किया गया ताकि वाइब्रेशन कम हो. साथ ही मेट्रो ने ये भी कहा है कि मेट्रो की तरफ से इस समस्या का समाधान निकालने की कोशिश भी की जा रही है. इसके लिए कई बार अलग-अलग जगहों पर मशीनों के जरिए वाइब्रेशन की जांच की गई. साथ ही जिन मकानों के अंदर मेट्रो के चलते दरारे हैं उनकी स्थिति फिलहाल सेफ जोन में है.