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दिल्लीः सोनिया गांधी से मिले महाराष्ट्र कांग्रेस के 22 विधायक, बोले- नहीं मिलता फंड, हो रही अनदेखी

महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों ने अपनी शिकायतें लेकर मंगलवार को सोनिया गांधी से मुलाकात की. उन्होंने कांग्रेस के मंत्रियों को बदले जाने की भी बात कही. सोनिया गांधी ने सभी शिकायतें लिखित में दिए जाने के लिए कहा.

महाराष्ट्र के विधायकों ने सोनिया गांधी से मुलाकात की महाराष्ट्र के विधायकों ने सोनिया गांधी से मुलाकात की
साहिल जोशी/सुप्रिया भारद्वाज
  • नई दिल्ली,
  • 06 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 1:39 AM IST
  • सीएम से मुलाकात को नहीं मिल पाता वक्त
  • फंड न मिलने की शिकायत भी सोनिया से की

कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से महाराष्ट्र कांग्रेस के 22 विधायकों ने दिल्ली में मुलाकात की. इस दौरान विधायकों के दल ने सोनिया गांधी से कई शिकायतें की. विधायकों ने उनकी अनदेखी करने और प्रदेश में सियासी समस्याओं को भी रखा. विधायकों की शिकायत थी कि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार में उन्हें फंड नहीं मिल रहा है. कांग्रेस के कोटे से जो सरकार में मंत्री बने हैं, वही फंड का इस्तेमाल कर रहे हैं. लेकिन उन तक राशि नहीं पहुंच पा रही है. इससे वह अपने क्षेत्र में विकास नहीं कर पा रहे हैं. 

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विधायकों के दल ने सोनिया गांधी से कहा कि उद्धव ठाकरे के मंत्रिमंडल में कांग्रेस के जो मंत्री हैं, उनका प्रभाव सरकार के फैसलों में नजर नहीं आ रहा है. कई बार सीएम से मुलाकात के लिए वक्त मांगा जाता है, वह भी नहीं मिल पाता. विधायकों ने मांग की कि सरकार में कांग्रेस के कोटे के जो मंत्री हैं, उन्हें बदला जाना चाहिए. बता दें कि जब से महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार बनी है, तब से पहली बार ऐसा हुआ है कि विधायकों का दल सोनिया गांधी से मिला है.

सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान विधायकों ने कहा कि बीते डेढ़ साल से महाराष्ट्र विधानसभा में अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं हो पाया है. इस मामले में सरकार की ओर से उचित प्रयास नहीं किए जा रहे हैं. कांग्रेस विधायक कैलाश गोरंटियाल ने कहा कि उनकी सभी बातें सोनिया गांधी ने सुनी हैं. साथ ही जरूरत पड़ने पर कार्रवाई करने की बात की. लेकिन विधायकों से इन सभी शिकायतों को लिखित में देने के लिए कभी कहा है. 

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बता दें कि जब सूबे में महा विकास अघाड़ी की सरकार बनी थी, तब इन विधायकों का बड़ा रोल था क्योंकि कांग्रेस का नेतृत्व शिवसेना के साथ जाने के लिए तैयार नहीं था. लेकिन इन्हीं विधायकों ने आलाकमान को राजी किया था. वहीं सांसद और रांकपा अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर मंगलवार को डिनर का आयोजन किया गया था. इसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे.
 

 

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