
दिल्ली की राजनीति में इस समय आम आदमी पार्टी सरकार के लिए कई मुश्किलें खड़ी हो गई हैं. मनीष सिसोदिया की सिर्फ गिरफ्तारी नहीं हुई है, उनकी तरफ से डिप्टी सीएम के पद से इस्तीफा भी दिया गया है. उनके साथ सत्येंद्र जैन ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया है. यानी कि इन दोनों ही नेताओं ने जो भी मंत्रालय संभाल रखे थे, वो जिम्मेदारी अब किसी और को संभालनी पड़ेगी. अभी के लिए मनीष सिसोदिया का सबसे बड़ा शिक्षा मंत्रालय राज कुमार आनंद को दिया गया है तो वहीं वित्त मंत्रालय कैलाश गहलोत के पास गया है.
जानकारी मिली है कि कैलाश गहलोत के पास वित्त, प्लानिंग, पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट, पॉवर, गृह, यूडी, सिंचाई एंड फ्लड कंट्रोल, जल मंत्रालय रहने वाला है. यानी कि इस बार का बजट भी कैलाश ही पेश करने वाले हैं. इसी तरह राजकुमार आनंद को शिक्षा, लैंड एंड बिल्डिंग, विजिलेंस, सर्विसेस, पर्यटन, कला संस्कृति और भाषा, लेबर, रोजगार, स्वास्थ्य, इंडस्ट्रीस मंत्रालय दिया गया है. वैसे मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आम आदमी पार्टी ने बताया है कि मंत्रालय में नए चेहरों को शामिल किया जाएगा, यानी कि कुछ समय के लिए कैलाश गहलोत और राज कुमार आनंद को ये मंत्रालय दिए जा रहे हैं. अभी के लिए मनीष सिसोदिया के 10 मंत्रालय राज कुमार आनंद संभालने जा रहे हैं तो आठ कैलाश गहलोत के पास गए हैं.
वैसे एक तरफ मंत्रालयों का बंटवारा हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. सिसोदिया की तरफ से कोर्ट में जमानत के लिए याचिका दायर की गई थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया कि अगर जमानत के लिए याचिका दायर करनी है तो हाई कोर्ट में की जाए, सीधे-सीधे सुप्रीम कोर्ट आना ठीक परंपरा नहीं है. ऐसे में सर्वोच्च अदालत से जिस राहत की मनीष सिसोदिया उम्मीद लगाए बैठे थे, उन्हें वो नहीं मिली.