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दिल्ली के डिप्टी सीएम ने घर-दफ्तर पर नोट लगाया- 'पार्षद टिकट के लिए कृपया यहां समय ना गंवाएं'

दिल्ली में नगर निगम चुनावों के लिए मुख्य पार्टियों का टिकट पाने के लिए आपाधापी शुरू हो गई है. बड़ी संख्या में दावेदार टिकट पाने के लिए पार्टियों के बड़े नेताओं के द्वार पर गुहार लगा रहे हैं. आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ऐसे दावेदारों के लिए अपने घर और दफ्तर के बाहर नोट चिपका दिया है. इस नोट में लिखा है- 'पार्षद टिकट के लिए कृपया यहां समय ना गंवाएं.'

AAP नेता मनीष सिसोदिया AAP नेता मनीष सिसोदिया
पंकज जैन/खुशदीप सहगल
  • नई दिल्ली,
  • 24 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 2:14 PM IST

दिल्ली में नगर निगम चुनावों के लिए मुख्य पार्टियों का टिकट पाने के लिए आपाधापी शुरू हो गई है. बड़ी संख्या में दावेदार टिकट पाने के लिए पार्टियों के बड़े नेताओं के द्वार पर गुहार लगा रहे हैं. आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ऐसे दावेदारों के लिए अपने घर और दफ्तर के बाहर नोट चिपका दिया है. इस नोट में लिखा है- 'पार्षद टिकट के लिए कृपया यहां समय ना गंवाएं.'

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दिल्ली के तीनों नगर निगमों के चुनाव अप्रैल के मध्य में होने हैं. हालांकि चुनाव आयोग ने अभी चुनाव की तारीखों का एलान करना है लेकिन इसके लिए सरगर्मी तेज हो गई हैं. तमाम राजनीतिक दलों ने वार्डों में मजबूत उम्मीदवार चुनने की कवायद तेज कर दी है.

दिल्ली की सत्ता संभाल रही आम आदमी पार्टी से एमसीडी चुनाव की टिकट पाने के लिए 10 हजार से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया है. हैरानी की बात ये है कि एक-एक वार्ड से पार्टी का टिकट पाने की ख्वाहिश रखने वाले 10 से 15 दावेदार हैं. एक तरफ 'आप' नेताओं में जल्द से जल्द उम्मीदवार चुनने का दवाब है तो आवेदन करने वाले हर दावेदार को टिकट पाने की बैचनी भी है.

फ़िलहाल 'आप' के नेता उन कार्यकर्ताओं से परेशान है जो टिकट पक्का करने की सिफारिश लेकर उनके घर-दफ्तर की परिक्रमा कर रहे हैं. ऐसे लोगों की भीड़ से परेशान होकर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने हिदायतनुमा संदेश जारी किया है. ये संदेश एक कागज में लिखकर डिप्टी सीएम के घर के मुख्य और दफ़्तर के दरवाजे पर चिपका दिया गया है.

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इसमें लिखा है कि "पार्षद टिकट के लिए कृपया यहां अपना समय न गवाएं. टिकट देने की पार्टी की अपनी प्रक्रिया है, आपके वार्ड के वालंटियर्स के बीच से अगर आपका नामांकन होगा, तभी उस पर अलग-अलग कमिटियों द्वारा विचार किया जाएगा. यहां पर आना इस बात की निशानी मानी जाएगी कि आपको अपनी योग्यता पर भरोसा नहीं है.'

इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बेंगलुरु से इलाज कराने के बाद राजधानी लौटने पर नगर निगम चुनाव की रणनीति बनाने में जुट गए हैं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक 'आप' की पॉलिटिकल अफेयर कमिटी अगले कुछ दिनों में ज्यादातर उम्मीदवारों को चुनने का काम पूरा कर लेगी. इसी वजह से वार्डों से टिकट के दावेदार अपने नजदीकी नेताओं से सिफारिश करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते.

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