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मैक्स अस्पताल पर घमासान, AAP के निशाने पर PM मोदी और CM योगी

केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली के शालीमार बाग अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने का फैसला राजनीतिक रंग लेने लगा है. AAP सरकार के इस फैसले पर बीजेपी के विरोध के बाद 'आप' नेताओं ने मीडिया और सोशल मीडिया में पीएम मोदी और सीएम योगी पर तीखे हमले करने शुरू कर दिए हैं.

मैक्स अस्पताल मामला मैक्स अस्पताल मामला
वंदना भारती/पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 11 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 12:43 PM IST

केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली के शालीमार बाग अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने का फैसला राजनीतिक रंग लेने लगा है. AAP सरकार के इस फैसले पर बीजेपी के विरोध के बाद 'आप' नेताओं ने मीडिया और सोशल मीडिया में पीएम मोदी और सीएम योगी पर तीखे हमले करने शुरू कर दिए हैं.

बीजेपी नेताओं की घेराबंदी में आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष सबसे आगे चल रहे हैं. रविवार को उन्होंने दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी पर हमला करते हुए ट्वीट किया कि 'बीजेपी को ये बताना चाहिए कि वो दिल्ली की गरीब जनता के साथ है या फिर अमीर बददिमाग अस्पतालों के साथ?'

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'आप' नेता आशुतोष यहीं नहीं रुके, उन्होंने गोरखपुर के अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत को लेकर सीएम योगी को भी घेर लिया. आशुतोष ने ट्वीट करते हुए लिखा 'मनोज तिवारी जी को मैं समझ सकता हूं, जब उनके आदर्श नेता योगी जी गोरखपुर अस्पताल में 60 से ज्यादा बच्चों की मौत पर कड़े कदम नहीं उठा पाए तो तिवारी जी तो मैक्स के साथ ही खड़े होंगे. पीड़ित परिवार के साथ नहीं.'   

'आजतक' से खास बातचीत के दौरान 'आप' नेता आशुतोष ने कहा कि कुछ प्राइवेट अस्पतालों को मरीजों की चिंता नहीं है. उन्होंने लूट मचा रखी है. जिंदा बच्चे को मृत घोषित करना एक संवेदनशील मामला है और इसमें कोई रियायत नहीं बरतनी चाहिए.  

यह बड़े दुख की बात है कि ऐसे वक्त में जब DMA और IMA को दिल्ली सरकार के साथ खड़े रहना चाहिए या उन्हें मरीजों का साथ देना चाहिए था, तब वो ऐसे अस्पताल के साथ खड़े हैं, जिसने पूरे मामले में बड़ी लापरवाही और गलती की है. गलती करने की सजा न दी जाए तो अस्पतालों का मनोबल बढ़ता है.'

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आम आदमी पार्टी का आरोप है कि पूरे मामले को जानबूझकर राजनीतिक रंग दिया जा रहा है. 'आप' प्रवक्ता आशुतोष का कहना है कि केजरीवाल सरकार ने लूट पर नियंत्रण करने का काम किया है. अगर 30 रुपए की दवा 500 रुपए और 500 रुपए की दवा लाख रुपए में बिक रही है, तो यह लूट रुकनी चाहिए.

जब तक लूट का अड्डा बन गए अस्पतालों के ख‍िलाफ कार्रवाई नहीं होगी, तब तक दिल्ली के लोगों की सहूलियत नहीं मिलने वाली है.

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