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दिल्ली एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बुधवार को बहुमत के आंकड़े को पार कर 134 सीटों पर जीत दर्ज की. आम आदमी पार्टी ने एमसीडी पर बीजेपी की 15 सालों की बादशाहत को पटखनी देते हुए यहां परचम लहरा दिया. लेकिन इन चुनावों में एक तरफ जहां आप को सबसे अधिक वोट मिले. वहीं, नोटा (NOTA) ने भी एक नया रिकॉर्ड बना दिया है.
दिल्ली चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, एमसीडी चुनाव में इस बार 57,545 वोटर्स ने 'उपरोक्त में से किसी को भी नहीं' यानी नोटा का बटन दबाया है. इसका साफ मतलब है कि इतनी बड़ी आबादी ने अपना बेशकीमती वोट किसी को भी नहीं दिया. नोटा को एक तरह से विरोध जताने के तरीके के तौर पर भी देखा जाता है. वहीं, 2017 में हुए एमसीडी चुनाव में 49,235 वोटर्स ने नोटा का बटन दबाया था. इस तरह पिछले चुनावों की तुलना में यह संख्या 8310 ज्यादा है.
इससे पहले एग्जिट पोल से यह साफ हो गया था कि यह चुनाव आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच था. दिल्ली में चार दिसंबर को हुए एमसीडी चुनाव में 50.48 फीसदी मतदान हुआ था.
दिल्ली MCD चुनाव में शानदार जीत के बाद AAP कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वह इतनी बड़ी जीत के लिए दिल्ली की जनता को बधाई देना चाहते हैं. दिल्ली के लोगों का शुक्रिया कि उन्होंने अपने बेटे भाई को इस लायक समझा कि नगर निगम की ज़िम्मेदारी दी.
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को ठीक करने के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है. खासकर हमें केंद्र का सहयोग चाहिए. केजरीवाल ने कहा कि मैं आज इस मंच से दिल्ली को ठीक करने के लिए मैं पीएम मोदी से आशीर्वाद चाहता हूं. दिल्ली को ठीक करने के लिए हमें पीएम मोदी और केंद्र सरकार का आशीर्वाद चाहिए.
बता दें कि MCD चुनाव के नतीजों में आम आदमी पार्टी को शानदार जीत मिली है जबकि भाजपा दूसरे नंबर पर रही. इन MCD चुनावों में आप को 134 और भाजपा को 104 सीटें मिलीं, जबकि अन्य के खाते में 3 सीटें गईं. वहीं कांग्रेस को सिर्फ 9 सीटें मिलीं. दिल्ली में 250 सीटों पर चुनाव लड़े गए थे. जिसमें बहुमत के लिए 126 सीटों की जरूरत थी.