
दिल्ली नगर निगम के मेयर चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सदस्यों के बीच हुई लड़ाई अब निगम के एडमिनिस्ट्रेटर उपराज्यपाल (एलजी) तक आ गई है. हर किसी की नजरें जब एलजी की ओर लगी हैं कि वे इसे लेकर क्या एक्शन लेते हैं, केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
आम आदमी पार्टी ने एलजी वीके सक्सेना पर फ्रॉड करने का आरोप लगाया है. आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने रविवार को आरोप लगाया कि एलजी ने निगम प्रशासन का अनुभव रखने वाले विशेषज्ञों की बजाय बीजेपी के कार्यकर्ताओं को गैरकानूनी तरीके से एल्डरमैन बनाया है. उन्होंने कहा कि संविधान का आर्टिकल 243R कहता है कि एल्डरमैन वे लोग होंगे जिन्हें निगम प्रशासन का खास अनुभव होगा, विशेषज्ञ हों.
सौरभ भारद्वाज ने सीधा हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार के एलजी ने चुनी हुई सरकार को दरकिनार करके बेईमानी से बीजेपी के चैयरमेन-स्टैडिंग कमेटी सदस्य बनाने के लिए मास्टर प्लान बनाया है. उन्होंने कहा कि एलजी ने बीजेपी के जिला स्तर के नेताओं के साथ प्लान बनाया कि जोन के अंदर चैयरमेन भाजपा का बन जाए. सौरभ ने आगे कहा कि नैतिकता के पहाड़ पर चढ़कर सीएम केजरीवाल को गाली देने वाले एलजी, बीजेपी के कार्यकर्ताओं को ढूंढ कर ले आए.
सत्या की जगह नीमा भगत को होना चाहिए पीठासीन अधिकारी
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि मानदंडों के मुताबिक देखें तो सत्या शर्मा की जगह नीमा भगत को एमसीडी का पीठासीन अधिकारी होना चाहिए लेकिन यहां भी बेईमानी की गई. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और एलजी प्रोटेम मेयर को लेकर बेईमानी इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि उसके जरिए वे मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव एक साथ करवाना चाहते हैं. जिससे आम आदमी पार्टी 5 साल तक कोर्ट में लड़ती रहे और बीजेपी बेईमानी से एमसीडी की सत्ता पर काबिज रहे.
उन्होंने कांग्रेस को भी निशाना पर लिया और कहा कि वो बीजेपी को रोकने की कोशिश का दिखावा करती है. एमसीडी मेयर चुनाव से कांग्रेस का वॉकआउट करना बीजेपी को लाभ दिलाने की कोशिश है. आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से एलजी के ऑफिस से सप्ताह में तीन बार प्रेस रिलीज आती है जिसमें मुख्यमंत्री और हमारी पार्टी को लेकर बहुत अमर्यादित भाषा का उपयोग किया जाता है. उन्होंने कहा कि ऐसा तब है जब राज्यपाल ऐसा दिखाने की कोशिश करते हैं कि संविधान का उनसे बड़ा रक्षक कोई है ही नहीं.
एलजी ऑफिस का राजनीति के लिए कर रहे उपयोग
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी ऐसा दिखाने की कोशिश करते हैं कि उनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि वीके सक्सेना एलजी ऑफिस का उपयोग राजनीति के लिए कर रहे हैं. सौरभ ने कहा कि एलजी ने एक खबर छपवाई थी कि एनिमल वेलफेयर बोर्ड में कुछ ऐसे नाम सरकार ने दिए थे जिनका इससे कोई लेना-देना नहीं. इसलिए एलजी ने दिल्ली की निर्वाचित सरकार को खूब खरी-खोटी सुनाते हुए वे नाम वापस कर दिए. अब हम उन नामों पर चर्चा करेंगे जिन्हें एलजी ने गैरकानूनी तरीके से एल्डरमैन के तौर पर नामित किया है.
उन्होंने कहा कि एलजी दिल्ली से जो 10 हीरे ढूंढ कर लाए हैं, उनमें पहला नाम बवाना के विनोद कुमार का है. इन्हें नरेला जोन से नॉमिनेट किया गया है. विनोद कुमार बीजेपी के बवाना जिला प्रभारी थे. सौरभ ने कहा कि विनोद कुमार बीजेपी किसान मोर्चा के दिल्ली अध्यक्ष भी रहे हैं. उन्होंने कहा कि लक्ष्मण आर्या भी बीजेपी किसान मोर्चा के मंत्री और राष्ट्रीय प्रशिक्षण प्रकल्प के सह संयोजक रहे हैं. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि लक्ष्मण ने बीजेपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ा था. उन्होंने कहा कि नरेला जोन से चुने गए मुकेश मान बीजेपी पंजाब और उत्तराखंड के प्रभारी और किसान मोर्चा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री, बीजेपी युवा मोर्चा के सचिव रहे हैं.
सौरभ ने बताई मनोनित पार्षदों की हिस्ट्री
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बवाना बीजेपी के जिला संगठन मंत्री रहे सुनीत चौहान 2017 से 2022 तक पार्षद रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजकुमार भाटिया बीजेपी से 2020 में चुनाव लड़े थे और केशव पुरम जोन के पार्टी अध्यक्ष भी थे. सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि मोहन गोयल को सिविल लाइंस जोन से नामित किया गया है. मोहन बीजेपी नॉर्थ-ईस्ट जिले के अध्यक्ष रहे हैं. सिविल लाइंस जोन से मनोनित बुराड़ी के संजय त्यागी बीजेपी नॉर्थ ईस्ट जिले के महामंत्री रहे हैं. उन्होंने कहा कि सिविल लाइंस जोन से मनोनित राजपाल राणा बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री और 2012 से 2017 तक बीजेपी के पार्षद रहे हैं. सौरभ ने कहा कि सेंट्रल जोन से मनोनित मनोज कुमार जैन बीजेपी दरियागंज वार्ड और पार्टी की स्पोर्ट्स सेल के सचिव रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मनोज ने बीजेपी के टिकट पर मिंटो रोड से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था. सेंट्रल जोन से चुने गए रोहतास कुमार बदरपुर जिले में बीजेपी के जिलाध्यक्ष रहे हैं. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी ने लंबा-चौड़ा क्राइटेरिया बताया कि प्रोटेम मेयर के लिए ये चाहिए, वो चाहिए और अलग-अलग कमियां गिनाकर बीजेपी के व्यक्ति को पद पर बैठा दिया. उन्होंने कहा कि सोचता था कि उपराज्यपाल बहुत बड़ा पद होता होगा. ये प्रधानमंत्री-राष्ट्रपति से नीचे किससे बात करते होंगे.
एलजी पद की मर्यादा को कर दिया तार-तार
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ये तो जिला स्तर के नेताओं से बात करके, नाम को लिस्ट बनाकर दे रहे हैं. इनका क्या पद और क्या मर्यादा? वीके सक्सेना ने मर्यादा को तार-तार कर दिया है. उन्होंने एलजी पर सरकार के नोटिफिकेशन का मखौल उड़ाने का आरोप लगाया और कहा कि एमसीडी नियमों के मुताबिक इतने बड़े-बड़े एक्सपर्ट ढूंढने हैं तो जोन के हिसाब से नहीं ढूंढे जाएंगे. सौरभ ने कहा कि एलजी ने एल्डरमैन के लिए जो पहली नोटिफिकेशन जारी की, उसमें उन्होंने गलती से एक एल्डरमैन रोहिणी जोन में दे दिया और एक एल्डरमैन साउथ जोन में.
बताया एल्डरमैन के चयन में आंकड़ों का गणित
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने आंकड़ों का उल्लेख करते हुए भी एलजी पर हमला बोला. उन्होंने आंकड़ों का गणित बताते हुए कहा कि नरेला में आम आदमी पार्टी के 10 पार्षद हैं और बीजेपी छह. सौरभ का दावा है कि एलजी ने सोचा कि अगर यहां से बीजेपी के चार पार्षद मनोनित कर दें तो संख्या आम आदमी पार्टी के बराबर पहुंच जाएगी और हो सकता है कि यहां से चेयरमैन और स्टैंडिंग कमेटी का सदस्य बीजेपी का बन जाए. उन्होंने कहा कि सिविल लाइन जोन में बीजेपी के 6 और आम आदमी पार्टी के 9 पार्षद हैं. एलजी ने इस जोन से बीजेपी के चार नेताओं को एल्डरमैन बना दिए जिससे उनकी पार्टी के पार्षदों की संख्या अधिक हो जाए.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी ने गलती से साउथ जोन में एक एल्डरमैन दे दिया था जिसे बाद में सेंट्रल जोन में डाल दिया गया क्योंकि इस जोन में आम आदमी पार्टी के 13 पार्षद हैं और बीजेपी के 10. उन्होंने कहा कि यहां दो पार्षद मनोनित कर बीजेपी का संख्याबल 12 पहुंचा दिया गया. सौरभ ने आरोप लगाया कि इसके बाद कांग्रेस की एक पार्षद नादिया को खोजा और बीजेपी के लिए वोट डालने को कह दिया. नादिया को लालच देकर हज कमेटी का सदस्य बना दिया गया.
प्रोटेम स्पीकर पर एलजी को घेरा
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से बयान जारी कर प्रोटेम मेयर को लेकर बताया गया कि किसे किस वजह से हटाया गया. उन्होंने एलजी पर इसमें भी झूठ बोलने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी ओर से योग्यता की बात कही गई जिसमें वे फंस गए. नीमा भगत एमए हैं और सत्या शर्मा बीए. सौरभ ने कहा कि एलजी जब इसमें फंस गए तब कहा कि सत्या मेयर रही हैं इसलिए उन्हें चुन लिया गया. वे भूल गए कि नीमा भगत भी 2017-18 में मेयर रही हैं. एलजी कार्यालय ने बेइमानी भी की तो गलत आधार पर.
उन्होंने तंज करते हुए कहा कि एलजी साहब कम से कम इसमें ही पक्के हो जाते. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बेइमानी इसलिए हो रही है क्योंकि एक प्रिसाइडिंग ऑफिसर जिसके पास सिर्फ एक मेयर का चुनाव कराने का काम था, उससे ये एक साथ मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव जबरदस्ती कराना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि प्रोटेम मेयर से ये सभी चुनाव इसलिए कराना चाहते हैं ताकि अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए मनमानी की जा सके. वह जिसका वोट कैंसल करेंगी, निरस्त हो जाएगा. जिसकी चाहेंगी, सदस्यता रद्द हो जाएगी. वह कहेंगी तो एल्डरमैन को भी वोट देने का अधिकार मिल जाएगा.