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नोटबंदी से MCD की हुई चांदी, तेज़ी से बढ़ रहा प्रॉपर्टी टैक्स कलेक्शन

सरकार द्वारा 500 और एक हज़ार के पुराने नोट बंद किये जाने से भले ही कई लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन सरकार के इस फैंसले के बाद दिल्ली की तीनों नगर निगमों की चांदी हो गई है. निगम के मुताबिक, इस समय वो लोग भी टैक्स जमा कराने आ रहे हैं, जिनका लंबे समय से एरियर्स पड़ा था और जिनको निगम कई बार नोटिस तक भेज चुका है.

सरकार ने बंद किए 1000-500 के पुराने नोट सरकार ने बंद किए 1000-500 के पुराने नोट
अंजलि कर्मकार/रवीश पाल सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 15 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 3:46 AM IST

नोटबंदी से भले ही दिल्ली के कई लोगों को परेशानी हो रही हो, लेकिन एमसीडी की आय में इन दिनों बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है. सरकार के ही आदेश पर नगर निगम ने प्रॉपर्टी टैक्स पुराने नोट पर जमा करने की घोषणा क्या की, देखते ही देखते निगम दफ्तरों में प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराने वालों की लाइन लग गई.

सरकार द्वारा 500 और एक हज़ार के पुराने नो ट बंद किये जाने से भले ही कई लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन सरकार के इस फैंसले के बाद दिल्ली की तीनों नगर निगमों की चांदी हो गई है. निगम के मुताबिक, इस समय वो लोग भी टैक्स जमा कराने आ रहे हैं, जिनका लंबे समय से एरियर्स पड़ा था और जिनको निगम कई बार नोटिस तक भेज चुका है.

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अमूमन दिल्ली की तीनों नगर निगमों में प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराने की आखिरी तारीख 30 जून होती है. अगर कोई संपत्ति धारक 30 जून से पहले संपत्ति कर जमा करा लेता है, उनको 15 फीसदी की छूट दी जाती है. 30 जून के बाद करदाता को पूरा टैक्स निगम को चुकाना पड़ता है. इन महीनों में निगम के पास आमतौर पर प्रॉपर्टी टैक्स लाख दो लाख रुपये ही इकट्ठा हो पाता था, लेकिन इस साल निगम के पास एक दिन में 70 से 80 लाख रुपये जमा हो रहे हैं.

सोमवार तक नॉर्थ एमसीडी के खजाने में 3 करोड़ 6 लाख, ईस्ट एमसीडी के पास 1 करोड़ 35 लाख और साउथ एमसीडी के पास 3 करोड़ जमा हो चुके हैं. जो लोग टैक्स जमा करा रहे हैं वो भी खुश है कि पुराने नोट खपा देने से उनका सिरदर्द खत्म हो रहा है.

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