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दिल्ली: MCD में क्रॉस वोटिंग की आशंका, सवा साल बाद कल चुने जाएंगे वार्ड और स्टैंडिंग कमिटी मेंबर

दिल्ली नगर निगम के 12 जोन में से 7 जोन में बीजेपी तो 5 जोन में आम आदमी पार्टी को बहुमत है. लेकिन क्रॉस वोटिंग के चलते दोनों ही पार्टियों ने अपने-अपने पार्षदों पर नजर रखी हुई है. लिहाजा चुनाव का रिजल्ट आने तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता. विपक्षी भारतीय जनता पार्टी का पूरा फोकस साउथ जोन के साथ रोहिणी जोन पर टिक गया है. क्योंकि इन दोनों जोन में भाजपा बहुमत में नहीं है.

एमसीडी में वार्ड और स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव होना है (फाइल फोटो) एमसीडी में वार्ड और स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव होना है (फाइल फोटो)
राम किंकर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 03 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 4:39 PM IST

दिल्ली नगर निगम (MCD) के वार्ड और स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव मुख्यालय सिविक सेंटर में सुरक्षा व्यवस्था के बीच होगा. बुधवार 4 सितंबर को सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक 12 वार्ड कमेटियों के चुनाव में हंगामे को देखते हुए भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच चुनाव कराया जाएगा. इसके लिए निगम प्रशासन ने दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं. सचिव के निर्देश के अनुसार पार्षदों और मनोनीत सदस्यों के साथ कोई भी प्रत्याशी या समर्थक को वोटिंग बूथ तक आने की अनुमति नहीं होगी. पोलिंग बूथ पर मोबाइल और कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नहीं ले जा सकेंगे. साथ ही चुनाव जीतने के बाद किसी भी तरह के समारोह की अनुमति नहीं होगी.

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दरअसल, दिल्ली नगर निगम के 12 जोन में से 7 जोन में बीजेपी तो 5 जोन में आम आदमी पार्टी को बहुमत है. लेकिन क्रॉस वोटिंग के चलते दोनों ही पार्टियों ने अपने-अपने पार्षदों पर नजर रखी हुई है. लिहाजा चुनाव का रिजल्ट आने तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता. विपक्षी भारतीय जनता पार्टी का पूरा फोकस साउथ जोन के साथ रोहिणी जोन पर टिक गया है. क्योंकि इन दोनों जोन में भाजपा बहुमत में नहीं है. इसके बाद भी पार्टी ने प्रत्याशी उतार दिए हैं. वहीं आम आदमी पार्टी का 5 जोन में बहुमत होने के बाद भी उसने 11 जोन में प्रत्याशी उतार दिए हैं, जिससे भाजपा की मुसीबत भी बढ़ गई है.

अपने-अपने नेताओं पर नजरें रख रहीं पार्टियां

4 सितंबर को होने वाले वार्ड कमिटी के चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों ही अपने पार्षदों की गतिविधियों पर सतर्कता से नजर रख रहे हैं. दोनों ही पक्षों में संदेह का माहौल है. भाजपा खास तौर पर चिंतित है. उसे डर है कि आप से अलग हुए उसके चार और पार्षद संभावित रूप से अपनी मूल पार्टी में वापस जा सकते हैं. रोहिणी और साउथ जोन में आप अपने पार्षदों की वफादारी सुनिश्चित करने के लिए हाई अलर्ट पर है. बीजेपी की क्यों पूर्वी दिल्ली के शाहदरा नॉर्थ और उत्तरी दिल्ली के रोहिणी जोन में खास तौर पर है नजर.

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शाहदरा नॉर्थ में पार्षदों की स्थिति

कुल सदस्य : 35
भाजपाः 18
आपः 12
कांग्रेस: 4
निर्दलीय:1

शाहदरा जोन में भाजपा के लिए चुनौती

भाजपा को शाहदरा नॉर्थ जोन में बहुमत होने के बाद भी अपने पार्षदों को साधे रखने चुनौतीपूर्ण होगा. भाजपा ने 10 तो आम आदमी पार्टी ने 11 जोन में प्रत्याशी उतारे. बशर्ते भाजपा का कोई पार्षद इसमें क्रॉस वोटिंग न करें. सर्वाधिक समस्या भाजपा को पूर्वी दिल्ली शाहदरा नॉर्थ जोन में हो सकती है. क्योंकि यहां पर भाजपा के 35 में से 18 पार्षद हैं जबकि कांग्रेस के पास चार, एक निर्दलीय और आप के पास 12 पार्षद हैं. ऐसा भी हो सकता है कि आप या कांग्रेस यहां मिलकर और भाजपा के कुछ पार्षदों को अपने समर्थन में लेकर भाजपा को गच्चा दे.

किस जोन में किस पार्टी के कितने सदस्य

सिविल लाइंस जोन

कुल सदस्य: 19
भाजपाः 6
आपः 9
मनोनीत: 4

नरेला जोन

कुल सदस्य: 20
भाजपाः 7
आपः 9
मनोनीत: 4

साउथ जोन

कुल सदस्य: 23
भाजपाः 7
आपः 15
कांग्रेस: 1

सेंट्रल जोन

कुल सदस्य: 27
भाजपाः 13
आपः 10
कांग्रेस: 2
मनोनीत: 2

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