
केजरीवाल सरकार और एमसीडी के बीच तकरार बढ़ने की संभावना है. एमसीडी ने केजरीवाल सरकार द्वारा फुटपाथ पर बनाए गए पोर्टा केबिन को हटाने का ऐलान कर दिया है, तो वहीं स्ट्रीट साइनेज को भी हटाने का फैसला किया है.
दरअसल एमसीडी ने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार केवल एमसीडी का चुनाव जीतने के लिए हर गैरकानूनी काम कर रही है. फुटपाथ लोगों के लिए होता है, लेकिन वहां कई जगहों पर पोर्टा केबिन बना दिया गया है तो वहीं स्ट्रीट साइनेज लोगों की सहुलियत के लिए होता है, लेकिन केजरीवाल सरकार ने स्ट्रीट साइनेज को लगाया और फिर प्रचार के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.
एमसीडी का कहना है कि हर जगह स्ट्रीट साइनेज पर लिखा गया है कि आप की सरकार आप के द्वार. कहीं आप के नाम से साइनेज लगा दिया गया हैं जो कि गलत है. इस मुद्दे को लेकर उत्तरी नगर निगम के कमिश्नर पी. के. गुप्ता ने सभी छह जोन के डिप्टी कमिश्नर और चीफ इंजीनियर को सर्कुरल जारी कर आदेश दिया है. 4 अगस्त को ही उत्तरी नगर निगम के मेयर संजीव नैयर और कमिश्नर पीके गुप्ता हाई लेवल मीटिंग की, जिसमें नियम तोड़कर लगाए गए स्ट्रीट साइनेज और फुटपाथ पर बने पीडब्ल्यूडी के बने पोर्टा कैबिन का मुद्दा उठाया गया.
कमिश्नर ने डिप्टी कमिश्नर और चीफ इंजीनियर से पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट 19 अगस्त तक मांगी है. कमिश्नर ने आदेश में कहा है कि सख्ती से कार्रवाई की जाए, ताकि किसी को कोई भी शिकायत न रहे. वहीं उत्तरी नगर निगम के मेयर डॉ. संजीव नैयर ने कहा कि सरकार लगातार गैरकानूनी काम कर रही है.