
मुंडका में शुक्रवार शाम दिल दहला देने वाली घटना हुई. तीन मंजिला इमारत में आग लगने से 27 जिदगियां खत्म हो गईं. जबकि देर रात तक NDRF और दिल्ली फायर सर्विस की टीम रेस्क्यू में जुटी रहीं. दोनों एजेंसियों ने कहा कि घटनास्थल पर लगातार आग को कंट्रोल करने और सर्च ऑपरेशन किया जा रहा है. इमारत के अधिक गर्म होने के कारण ऑपेरशन में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
बता दें कि इस इमारत में सीसीटीवी का गोदाम था. यहां दोपहर एक बजे मीटिंग होनी थी. सामान्य रूप से काम चल रहा था. लेकिन रात 2 बजे तक यानी 13 घंटों में तस्वीर ही बदल गई. इमारत तबाह हो गई. कई जिंदगियां खत्म हो गईं. 12 लोग घायल बताए जा रहे हैं. इस तरह समझते हैं 13 घंटों में कब क्या हुआ?
1 बजेः दोपहर में इमारत की अन्य मंजिल पर सामान्य दिनचर्या की तरह काम हो रहा था. जबकि पहली मंजिल पर कम्पनी की विशेष मीटिंग थी
4.30 बजेः इमारत की पहली मंजिल से धुआं निकलना शुरू हुआ, चारों तरफ चीख पुकार, बचने के लिए बचाव की गुहार
4.45 बजेः पुलिस और दमकल को आग लगने की सूचना दी गई, आग की लपटें बाहर तक निकलीं. जानकारी मिलने के 5 से 10 मिनट में पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गई.
4.50 बजेः हादसे से बचने के लिए लोग रस्सी के सहारे पहली और दूसरी मंजिल से कूदने लगे. पुलिस ने कई लोगों को स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू करवाया.
5.00 बजेः एक के बाद एक दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचनी शुरू हुईं. दमकल ने आधुनिक उपकरणों का प्रयोग आग बुझाने के लिए शुरू किया. इसी दौरान लोग अपने रिश्तेदारों और परिजनों को ढूंढ़ने के लिए मौके पर पहुंच गए.
6.20 बजेः करीब 45 साल की महिला का शव मिला. आग बुझाने का काम जारी था. एम्बुलेंस घायलों को स्थानीय अस्पताल में पहुंचाती रहीं.
10.50 बजेः रात में आग पर काबू पाया और कूलिंग ऑपेरशन शुरू हुआ. दमकल ने कुल 16 शवों को निकालने की पुष्टि की. फिर धीरे-धीरे संख्या बढ़ती गई , इसके बाद डीसीपी ने कुल 27 मौतों की पुष्टि की.
11.40 बजेः एक बार फिर पहली मंजिल पर आग की लपटें दिखाई दीं. फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया.
12.00 बजेः कूलिंग के साथ सर्च ऑपरेशन जारी.
2.00 बजेः कूलिंग का काम जारी.