
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब पकौड़ा बनाने को रोजगार से जोड़ा तो इस बयान पर खूब राजनीति हुई. विपक्ष ने इसे 'पकौड़ा पॉलिटिक्स' बताया तो वहीं दिल्ली बीजेपी ने आगे बढ़ते हुए 'चाय-पकौड़े पर चर्चा' की शुरुआत की थी. लेकिन अब पकौड़े के बाद बीजेपी खिचड़ी पकाने की तैयारी में है.
दरअसल, दिल्ली बीजेपी 6 जनवरी को रामलीला मैदान में 'भीम महासंगम विजय संकल्प रैली' का आयोजन करने जा रही है, जहां रैली के जरिए दलित वोटों पर निशाना साधने की कोशिश होगी. इस आयोजन में दिल्ली बीजेपी के अधयक्ष मनोज तिवारी के अलावा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद रहेंगे.
इस रैली में बीजेपी लोगों को खिचड़ी खिलाएगी जिसके लिए पार्टी ने सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों के लिए अपनी मोटर साइकिल टीमें तैयार की हैं. हर विधानसभा से दाल और चावल जमा किया जाएगा. बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चा की ओर से दावा किया जा रहा है कि दिल्ली के 2 लाख 80 हजार घरों से चावल और दाल मंगाई जाएगी और लोगों को समरसता खिचड़ी खिलाई जाएगी.
राजनीतिक कद बढ़ाने की कोशिश
भीम महासंगम के नाम से होने वाले इस कार्यक्रम को लेकर प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि ये समरसता खिचड़ी लोगों की सेहत के साथ-साथ समाज के स्वास्थ्य को भी अच्छा रखने का काम करेगी. ऐसा माना जा रहा है कि पकौड़े पर पॉलिटिक्स के बाद अब खिचड़ी पकाकर बीजेपी दिल्ली में अपना राजनीतिक कद बढ़ाना चाहती है.
बीजेपी का भीम महासंगम को लोकसभा चुनाव की तैयारी का हिस्सा माना जा रहा है जिसके जरिए बीजेपी विजय संकल्प 2019 के अभियान में दिल्ली के दलित वोटरों को यह दिखाना चाहती है कि वह उनके साथ है. इसके लिए पार्टी नेता संकल्प कार्ड के जरिये दलित परिवारों के बीच जा रहे हैं और उनसे खिचड़ी के लिए दाल-चावल देने की सहमति मांग रही हैं.
शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने 70 विधानसभाओं के लिए 70 दोपहिया चालकों को प्रदेश मुख्यालय से रवाना किया. उन्होंने कहा कि इस महासंगम में आगामी 6 जनवरी को देखने वाला नजारा होगा. साथ ही लोगों से अपील की है कि वह ज्यादा से ज्यादा संख्या में रामलीला मैदान आकर समरसता खिचड़ी का लुत्फ उठाएं.