Advertisement

दिल्लीः इस केयर सेंटर में सिर्फ 1 कोरोना केस, पिछले 42 दिनों से सिंगल डिजिट में आ रहे मरीज

आईटीबीपी ने यहां सभी प्रबंध युद्धस्तर पर किए गए थे और 26 अप्रैल, 2021 को इस केंद्र ने काम करना शुरू किया था. इस केंद्र में 4 अगस्त तक कुल 1,344 मरीजों को भर्ती किया गया, जिनमें से 1,233 को डिस्चार्ज किया जा चुका है.

सांकेतिक तस्वीर (पीटीआई) सांकेतिक तस्वीर (पीटीआई)
जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 05 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 7:12 AM IST
  • ऑक्सीजन बेड पर एक भी कोरोना मरीज केयर सेंटर में मौजूद नहीं
  • गृह मंत्रालय व दिल्ली सरकार के सहयोग से बना था यह केयर सेंटर
  • पिछले 23 जून से यहां पर सिंगल डिजिट में कोरोना के मरीज आ रहे

देश के सबसे बड़े कोविड केयर सेंटर यानी सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर (एसपीसीसीसी) में इस वक्त सिर्फ एक कोरोना मरीज है जो अभी आईसीयू में भर्ती है. बाकी नॉर्मल ऑक्सीजन बेड पर एक भी कोरोना मरीज इस केयर सेंटर में मौजूद नहीं है.  

दिल्ली के छतरपुर में राधास्वामी ब्यास में स्थित केयर सेंटर में इस वक्त सिर्फ एक कोरोना मरीज है जो आईसीयू में भर्ती है. यहां नॉर्मल ऑक्सीजन बेड पर एक भी कोरोना मरीज मौजूद नहीं है. इस सेंटर में आईटीबीपी की तरफ से पूरी व्यवस्था दी जा रही है.

Advertisement

राजधानी से यह एक अच्छी खबर है कि जहां दूसरी लहर में दिल्ली में कोरोना के चलते लोगों को ना तो अस्पताल में जगह मिल रही थी और ऑक्सीजन के अलग-अलग जगहों पर उपलब्ध ना होने से त्राहि-त्राहि मची हुई थी. ऐसे में गृह मंत्रालय और दिल्ली सरकार के सहयोग से इस सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर को बनाया गया था, जिसमें 500 ऑक्सीजन वाले बेड थे और 150 आईसीयू बेड तैयार किए गए थे.

सिंगल डिजिट मरीज ही आ रहे

यह आईसीयू बेड जीपीएस आधारित पीएम केयर से तैयार किए गए थे, लेकिन आजतक को जो जानकारी मिली है इसके मुताबिक पिछले 23 जून से यहां पर सिंगल डिजिट में कोरोना के मरीज आ रहे हैं और आज यानी 4 अगस्त की बात करें तो सिर्फ एक कोरोना का मरीज केयर सेंटर में मौजूद है.

Advertisement

उस दौरान आईटीबीपी ने यहां सभी प्रबंध युद्धस्तर पर किए थे और 26 अप्रैल, 2021 को इस केंद्र ने काम करना शुरू किया था. इस केंद्र में 4 अगस्त तक कुल 1,344 मरीजों को भर्ती किया गया, जिनमें से 1,233 को डिस्चार्ज किया जा चुका है.

इसे भी क्लिक करें--- कोरोना: ऑक्सीजन की कमी से मौत के मामले में केंद्र को अबतक सिर्फ 13 राज्यों ने दिया जवाब

यहां गंभीर रूप से बीमार सैकड़ों मरीजों को प्रक्रिया के अनुसार एंटी वायरल उपचार दिया गया तथा उनका ऑक्सीजन स्तर बेहतर और बेहतर हुआ है. ऑक्सीजन सपोर्ट की आवश्यकता वाले किसी भी कोरोना मरीजों के लिए इस केंद्र में वॉक-इन प्रवेश बाद में खोल दिए गए थे.

दिल्ली जिला प्रशासन की ओर से भर्ती मरीजों के लिए केंद्र को पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति और दवाएं उपलब्ध कराई गई थी. इस केंद्र में मरीजों के इलाज का अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड है. ऐसे कई उदाहरण हैं जब कई मरीज, जिनके ऑक्सीजन का स्तर 60 से भी कम था, उन्हें बहुत आवश्यक देखभाल प्रदान की गई और उनमें से कई के ऑक्सीजन लेवल लगातार इलाज से 80 और 90 के स्तर तक सुधर गए और इन्हें स्वस्थ करके केंद्र से छुट्टी दे दी गई.

इस केंद्र के इसी अनुभव को देखते हुए यहां आज से पीएम केयर्स ट्रस्ट फंड से जारी 150 जीपीएस आधारित वेंटिलेटर बेड भी चालू किए जा चुके हैं, जो इस वक्त भी बेहतर तरीके से चल रहे हैं.

Advertisement

तीसरी लहर को लेकर रहें तैयार

एसपीसीसीसी छतरपुर कोविड वार्डों का उत्कृष्ट प्रबंधन कर रहा है. केंद्र के अंदर लोगों को आईटीबीपी दवाइयां, भोजन आदि प्रदान की जा रही हैं. यहां दैनिक योग और ध्यान सत्र भी आयोजित किए जाते हैं. पुरुष और महिला दोनों वार्ड बनाए गए हैं जहां मरीजों को चौबीसों घंटे मॉनिटर किया जा रहा  है.

सरकार की तरफ से यह भी कहा गया है कि इस सेंटर में तीसरी लहर की भी तैयारी करके पूरी तरह से रखें जिससे कि किसी भी मरीज को कोई परेशानी दिल्ली में ना हो. 

इस सेंटर में केंद्र की सभी व्यवस्थाएं नि:शुल्क हैं. आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी मरीजों से मिलने और उनकी प्रतिक्रिया लेने के लिए नियमित रूप से केंद्र के वार्डों में जाते हैं.

ज्ञात हो कि जुलाई 2020 से फरवरी 2021 तक महामारी की पहली लहर के दौरान, ITBP ने इस केंद्र में दुनिया के सबसे बड़े 10,000 बिस्तरों वाले सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर और अस्पताल का सफलतापूर्वक संचालन किया था, जहां इसने 12,000 से अधिक रोगियों का इलाज किया.

ITBP को देश की पहली क्वारंटीन सुविधा स्थापित करने का श्रेय भी दिया जाता है, जब ITBP  ने पहल करते हुए विदेश से लाए जा रहे भारतीय नागरिकों के लिए नई दिल्ली के छावला कैंप में जनवरी, 2021 में 1000 बिस्तरों वाले क्वारनटीन केंद्र की स्थापना की थी.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement