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WhatsApp ग्रुप पर लेनदेन करता था नवनीत कालरा, दिल्ली पुलिस ने कहा- हमारे पास सबूत

दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को जानकारी देते हुए बताया कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बेचने और पेमेंट लेने के लिए नवनीत कालरा ने एक वॉट्सऐप ग्रुप बनाया था, जिसके द्वारा वह पैसे का लेनदेन करता था. दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को यह भी बताया कि उन्होंने दो फोन भी रिकवर किए हैं.

नवनीत कालरा (फाइल फोटो) नवनीत कालरा (फाइल फोटो)
तनसीम हैदर
  • नई दिल्ली,
  • 22 मई 2021,
  • अपडेटेड 7:07 PM IST
  • कालरा ने कोर्ट को बताया कि वो कंसंट्रेटर निर्माता नहीं है
  • वॉट्सग्रुप बनाकर लेन-देन की बात सामने आई

आक्सीजन कंसंट्रेटर कालाबाजारी के मामले में गिरफ्तार नवनीत कालरा की जमानत मामले में शनिवार को साकेत कोर्ट में सुनवाई हुई. जहां दिल्ली पुलिस की तरफ से बहस शुरू की गई. दिल्ली पुलिस ने साकेत कोर्ट को जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली हाईकोर्ट ने नवनीत कालरा को गिरफ्तारी से राहत देने से मना कर दिया है. 

दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को जानकारी देते हुए बताया कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बेचने और पेमेंट लेने के लिए नवनीत कालरा ने एक वॉट्सऐप ग्रुप बनाया था जिसके द्वारा वह पैसे का लेनदेन करता था. दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को यह भी बताया कि उन्होंने दो फोन भी रिकवर किए हैं. उनका कहना है कि उनके पास वॉट्सऐप के कुछ स्क्रीनशॉट भी मौजूद हैं, जिसमें कंसंट्रेटर के काम ना करने की बात है और उन्हें वापस करने की मांग की गई है.

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इसके आगे कोर्ट को जानकारी देते हुए बताया गया कि आरोपी ने बैंकों के जरिए लेनदेन किया है. जिसमें  23 शाखाएं शामिल हैं. जिनको नोटिस भेजा गया और अब अधिकांश शाखाओं से जवाब आ चुके हैं. वहीं दिल्ली पुलिस ने मांग की है कि बरामद सामग्री, बैंक जवाब को लेकर नवनीत कालरा के साथ उसका सामना करने के लिए हमें उसकी हिरासत की आवश्यकता है.

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दिल्ली पुलिस ने आगे कहा कि एम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि कालरा के पास जो कंसंट्रेटर बरामद हुए, वो कंसंट्रेटर कोरोना मरीजों के लिए किसी काम के नहीं थे. वहीं इस पर कालरा ने जेल से ही अपनी बात रखने की इजाजत मांगी. लेकिन साकेत कोर्ट ने पुलिस द्वारा कालरा की रिमांड की मांग खारिज कर दी.

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कोर्ट को जानकारी देते हुए दिल्ली पुलिस ने कहा कि हमें मैट्रिक्स, क्लासिक मेटल्स और कालरा जैसे लोगों का सामना करना है. क्लासिक मेटल्स से जिस व्यक्ति से पूछताछ करनी है वो अभी कोरोना निगेटिव हुआ है. उसे कालरा से सामने बैठाकर पूछताछ करनी है.

वहीं कालरा के वकील ने कहा कि कंसंट्रेटर मैट्रिक्स के हैं. मुझे उनमें से 700 भी मिले थे जो मैंने दोस्तों और दूसरे लोगों को दिए थे. कालरा के वकील ने कहा कि  गिरफ्तारी से पहले ही पुलिस को बैंक खाते का विवरण दिया था. इस बारे में ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने भी अपने आदेश में उल्लेख किया है. इसके अलावा कालरा के वकील ने आरोप लगाया कि पुलिस पूर्वाग्रह से काम कर रही है. जो दलीलें दी जा रही हैं, उन्हें कोर्ट पहले ही खारिज कर चुका है.  हर जगह पूर्वाग्रह से ग्रसित तर्क दिए जा रहे.हैं. अभियोजन को निष्पक्ष होना चाहिए. 

वहीं, कालरा ने कोर्ट को बताया कि वो कंसंट्रेटर निर्माता नहीं है. उसने इसे मैट्रिक्स कंपनी से खरीदा है. कई लोगों ने मुझे मैसेज भेजा है कि इसी कंसंट्रेटर ने उनकी जान बचाई है. कालरा ने कहा कि उसने शिकायत आने पर तीन या चार मशीनों को बदला भी है. 

वहीं, कालरा के वकील ने कहा कि पुलिस ने कोर्ट के पिछले रिमांड आदेश को खारिज करने के संबंध में तथ्यों को छुपाया है, यह आपराधिक अवमानना है. फिलहाल आरोपी नवनीत कालरा की न्यायिक हिरासत बरकरार रखी गई है, अब मंगलवार को नवनीत कालरा की जमानत याचिका पर फिर से सुनवाई होगी. 

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जवाब में दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया एम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि कालरा के पास जो कंसंट्रेटर बरामद हुए, वो कंसंट्रेटर COVID मरीजों के लिए किसी काम के नहीं थे. दिल्ली पुलिस ने कहा कि कंसंट्रेटर के उपयोग के बाद, ऑक्सीजन का पर्सेंटेज केवल 11 प्रतिशत है. एम्स के डॉक्टरों ने यह भी कहा कि उनके द्वारा आपूर्ति किए गए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बेकार हैं. 

इस पर कालरा के वकील ने आरोप लगाया कि पुलिस पूर्वाग्रह से काम कर रही है. जो दलीलें दी जा रही हैं, उन्हें कोर्ट पहले ही खारिज कर चुका है. हर जगह पूर्वाग्रह से ग्रसित तर्क दिए जा रहे हैं. अभियोजन को निष्पक्ष होना चाहिए. 


 

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