
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ के बाद रेलवे प्रशासन जांच में जुट गया है. हादसे के बाद रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के आईजी समेत वरिष्ठ अधिकारी प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर पहुंचे और घटना की पूरी जानकारी ली. अधिकारियों ने उस सीढ़ी का निरीक्षण किया, जहां भगदड़ मची थी और हादसे की वजहों को समझने का प्रयास किया.
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि अधिक भीड़, अव्यवस्थित यात्री प्रबंधन और संभावित गलत अनाउंसमेंट के कारण भगदड़ की स्थिति बनी. रेलवे के अधिकारी सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीदों के बयानों के आधार पर घटना की जांच में जुटे हुए हैं.
IG RPF के साथ रेलवे के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर भीड़ नियंत्रण से जुड़े मुद्दों की समीक्षा की. अधिकारियों ने बताया कि भगदड़ के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई थी, जिससे कई यात्री फंस गए. कई श्रद्धालु जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, जिससे स्थिति और बिगड़ गई. वरिष्ठ अधिकारियों ने स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाने की बात कही है. घटना की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसे जल्द ही रेलवे बोर्ड को सौंपा जाएगा.
बता दें कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई. इस मामले में दिल्ली पुलिस सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच करेगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि अफरा-तफरी मचने से पहले क्या हुआ था.
एजेंसी के अनुसार, पुलिस सूत्रों का कहना है कि भगदड़ का मुख्य कारण जानने के लिए सभी सीसीटीवी फुटेज और उस समय किए गए अनाउंसमेंट का एनालिसिस किया जाएगा. शुरुआती जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि किसी ट्रेन के प्लेटफॉर्म में बदलाव को लेकर गलत अनाउंसमेंट हुआ, जिससे यात्रियों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई और भगदड़ मच गई.
पीड़ितों में से एक ने कहा कि भगदड़ में उसकी मां की मौत हो गई. हम एक ग्रुप में बिहार के छपरा में अपने घर जा रहे थे, लेकिन मेरी मां की इस घटना में मौत हो गई. लोग एक-दूसरे को धक्का दे रहे थे. डॉक्टर ने हमें बताया है कि मेरी मां की मौत हो गई है. मृतक के परिवार की एक अन्य सदस्य महिला शोक में बेहोश हो गई. दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि अधिकारियों ने बचाव दल और चार दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा.
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उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) हिमांशु उपाध्याय ने बताया कि यात्रियों ने एक-दूसरे को धक्का दिया, जिससे उनमें से कुछ घायल हो गए. उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया.
यह भगदड़ प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर हुई, जहां बड़ी संख्या में यात्री प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों का इंतजार कर रहे थे. बता दें कि प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है, जिसके चलते वहां जाने के लिए भारी भीड़ उमड़ी हुई थी. ट्रेन लेट होने की वजह से स्टेशन पर भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई.
दिल्ली की कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी ने बताया कि लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल (LNJP) में 15 शव लाए गए थे. मरने वालों में महिलाएं और बच्चे थे. दो बच्चे 10 साल से कम उम्र के थे. हादसे में करीब 15 लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज जारी है.
अस्पताल और रेलवे स्टेशन पर तैनात की गई सुरक्षा
दिल्ली पुलिस ने LNJP अस्पताल और रेलवे स्टेशन पर भारी सुरक्षा तैनात कर दी है, ताकि हालात को नियंत्रित रखा जा सके. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि प्लेटफॉर्म पर अत्यधिक भीड़ और ट्रेन में देरी की वजह से भगदड़ मची, जिससे इतनी बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और प्रशासन की लापरवाही को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं.
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अब सबकी नजरें पुलिस जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे यह स्पष्ट होगा कि इस दर्दनाक हादसे का असली कारण क्या था. सीएमआई के अनुसार, रेलवे द्वारा हर घंटे 1,500 सामान्य टिकट बेचे जा रहे थे, जिसके कारण स्टेशन पर भीड़ बढ़ गई और स्थिति बेकाबू हो गई. डीसीपी ने बताया कि प्लेटफॉर्म नंबर 14 और प्लेटफॉर्म नंबर 16 के पास एस्केलेटर के पास भगदड़ मच गई. भगदड़ रात करीब 9.55 बजे शुरू हुई.