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'नाकामी, लापरवाही, असंवेदनशीलता', भगदड़ से 18 मौतों पर राहुल, लालू, अखिलेश, मायावती का सरकार पर वार

आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं यह रेलवे का कुप्रबंधन है जिसके कारण इतने लोगों की जान चली गई. रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. कुंभ पर सवाल पूछे जाने पर पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि 'कुंभ का क्या कोई मतलब है, फालतू है कुंभ."

LNJP के मोर्चरी के बाहर एक महिला, NDLS पर ट्रेन में चढ़ते लोग (फोटो-पीटीआई) LNJP के मोर्चरी के बाहर एक महिला, NDLS पर ट्रेन में चढ़ते लोग (फोटो-पीटीआई)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 16 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 12:34 PM IST

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ में 18 दुखद मौतों के बाद विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसके लिए रेलवे की नाकामी और सरकार की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है. पूर्व रेल मंत्री लालू यादव ने कहा कि रेलवे की कुव्यवस्था की वजह से यह घटना हुई है. उन्होंने कहा कि रेलवे को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. 

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राहुल गांधी ने सरकार पर बरसते हुए कहा कि यह घटना एक बार फिर रेलवे की नाकामी और सरकार की असंवेदनशीलता को उजागर करती है. यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सरकार पर बरसते हुए कहा है कि भाजपा सरकार मौत का सच छुपाने का पाप न करे. 

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की घटना पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए सरकार पर जोरदार वार किया. उन्होंने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मचने से कई लोगों की मृत्यु और कईयों के घायल होने की ख़बर अत्यंत दुखद और व्यथित करने वाली है.

राहुल ने लिखा, "शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं. यह घटना एक बार फिर रेलवे की नाकामी और सरकार की असंवेदनशीलता को उजागर करती है. प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए स्टेशन पर बेहतर इंतजाम किए जाने चाहिए थे. सरकार और प्रशासन को सुनिश्चित करना चाहिए कि बदइंतजामी और लापरवाही के कारण किसी को अपनी जान न गंवानी पड़े."

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यह भी पढ़ें: 'स्पेशल ट्रेन की घोषणा और प्लेटफॉर्म नंबर 14 से 16 की ओर भागने लगी भीड़...', नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 दुखद मौतों की पूरी कहानी

उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार में बैठे लोगों को राजनीतिज्ञ नहीं एक उस परिवारवाले की तरह सोचना होगा जिसने अपने मां-बाप, भाई-बहन, बच्चे और नाते-रिश्तेदार खोए हैं. 

उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, "दिल्ली में महाकुंभ के श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हृदयविदारक है. सरकार में बैठे लोगों को राजनीतिज्ञ नहीं एक उस परिवारवाले की तरह सोचना होगा जिसने अपने मां-बाप, भाई-बहन, बच्चे और नाते-रिश्तेदार खोए हैं. मृतकों के शवों को ससम्मान उनके परिजनों तक पहुंचाने का ईमानदार इंतज़ाम किया जाए और घायलों को सर्वश्रेष्ठ उपचार उपलब्ध कराया जाए. भाजपा सरकार मौत का सच छुपाने का पाप न करे."

घायलों से मिलने LNJP पहुंचीं AAP नेता आतिशी (फोटो- PTI)

आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं यह रेलवे का कुप्रबंधन है जिसके कारण इतने लोगों की जान चली गई. रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. कुंभ पर सवाल पूछे जाने पर पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि 'कुंभ का क्या कोई मतलब है, फालतू है कुंभ."

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बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने घटना पर अफसोस जताते हुए कहा है कि प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उमड़ी भीड़ के बीच, रेलवे की गंभीर लापरवाही के कारण, मची भगदड़ में काफी लोगों की हुई मौत व घायल होने की घटना अति-दुखद है. मायावती ने कहा है कि पीड़ितों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. सरकार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई तथा पीड़ितों की पूरी मदद भी करे. 

दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में महाकुंभ जा रहे श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत बेहद दुखद एवं पीड़ादायक है.ईश्वर उनकी आत्माओं को शांति प्रदान करें. हादसे में जिन परिवारों ने अपनों को खोया उन सभी के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. 

AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों से संवेदनाएं प्रकट करते हुए कहा कि यह एक टाली जा सकने वाली त्रासदी थी. उन्होंने एक्स पर लिखा, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में मारे गए लोगों के प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. यह एक टाली जा सकने वाली त्रासदी थी.

बीजेपी सरकार जो कुछ हुआ उसे छिपाने की कोशिश कर रही है. इसके बजाय यह किया जाना चाहिए:
1. त्रासदी की जांच के लिए एक स्वतंत्र, न्यायिक निगरानी वाली एसआईटी की नियुक्ति
2. भारतीय रेलवे की विफलताओं की स्वतंत्र जांच.

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भारतीय रेलवे लाखों भारतीयों के लिए जीवन रेखा है; इसे मोदी सरकार का कुप्रबंधन नहीं चाहिए.

 

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