Advertisement

Traumatic Asphyxia... नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की भगदड़ में 5 लोगों ने इसकी वजह से गंवाई जान, समझें क्या है ये

RML अस्पताल ने पुष्टि की है कि भगदड़ में जान गंवाने वाले 5 लोगों की मौत 'ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया' यानी दम घुटने के कारण हुई. RML अस्पताल की ओर से पुष्टि की गई है कि हॉस्पिटल में कुल 5 शवों का पोस्टमार्टम किया गया, जिनमें से एक पुरुष (लगभग 25 वर्ष) और 4 महिलाएं शामिल हैं.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई
श्रेया चटर्जी
  • नई दिल्ली,
  • 16 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 10:39 PM IST

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई है. भगदड़ के बाद कुछ लोगों को दिल्ली के RML अस्पताल ले जाया गया था, जबकि कुछ लोगों को LNJP अस्पताल भेजा गया था. RML अस्पताल ने पुष्टि की है कि भगदड़ में जान गंवाने वाले 5 लोगों की मौत 'ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया' यानी दम घुटने के कारण हुई. RML अस्पताल की ओर से पुष्टि की गई है कि हॉस्पिटल में कुल 5 शवों का पोस्टमार्टम किया गया, जिनमें से एक पुरुष (लगभग 25 वर्ष) और 4 महिलाएं शामिल हैं.

Advertisement

RML अस्पताल के PRO डॉ. पुलिन गुप्ता ने बताया कि अस्पताल में कोई भी घायल भर्ती नहीं किया गया, बल्कि सिर्फ 5 मृतकों के शव लाए गए थे.

ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया क्या है?

ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें सीने या ऊपरी पेट पर अत्यधिक दबाव पड़ने से सांस लेने और रक्त संचार में रुकावट आ जाती है. इससे व्यक्ति का दम घुट जाता है, जिससे मौत हो सकती है. ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया आमतौर पर गंभीर स्थितियों में होता है और तुरंत इलाज न मिलने पर जानलेवा हो सकता है.

ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया के कारण

  • भगदड़– जब भीड़ में लोग एक-दूसरे पर गिर जाते हैं और नीचे दबे व्यक्ति का सांस लेना बंद हो जाता है. 
  • भारी वस्तु के नीचे दबना– किसी इमारत के गिरने, लिफ्ट दुर्घटना या किसी भारी मशीनरी के नीचे दबने से.
  • वाहन दुर्घटना– जब कोई व्यक्ति वाहन के अंदर गंभीर रूप से दब जाता है.

LNJP अस्पताल में घायलों का इलाज जारी

Advertisement

उधर, LNJP अस्पताल के सूत्रों के अनुसार घायलों में से कुछ को निचले अंगों में गंभीर चोटें आई हैं, जबकि कुछ लोगों की हड्डियों में चोट लगी है. अस्पताल में 15 डॉक्टरों की एक विशेष टीम घायलों के इलाज में जुटी हुई है.

कैसे हुआ हादसा?

शनिवार रात करीब 9:55 बजे हादसा तब हुआ, जब हजारों यात्री ज्यादातर महाकुंभ के तीर्थयात्री प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में सवार होने के लिए स्टेशन पर पहुंचे, तब भगदड़ मच गई. प्रयागराज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म 14 पर खड़ी थी. स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस में देरी के कारण प्लेटफॉर्म 12, 13 और 14 पर भारी भीड़ जमा हो गई. स्थिति तब और बिगड़ गई जब एक अचानक प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा की गई. घबराए यात्रियों ने प्लेटफॉर्म 16 की ओर दौड़ लगा दी, जहां एक एस्केलेटर पर भीड़ फंस गई, और भगदड़ मच गई.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement