
देश की सौ स्मार्ट सिटीज़ की पहली खेप की लीडर होगी देश की राजधानी नई दिल्ली. 1900 करोड़ रुपयों की लागत से नई दिल्ली के स्मार्ट कायाकल्प के लिए 2018 तक समय सीमा तय है. हालांकि 650 करोड़ रुपये अब तक प्लानिंग और शुरूआती इन्तज़ाम में खर्च भी हो चुके हैं.
नये दिशा निर्देश के मुताबिक कनॉट प्लेस और खान मार्किट में अब गाड़ियां नहीं चलेंगी. बच्चों, बुज़ुर्गों और दिव्यांगों की सहूलियत के लिए बिजली से चार्ज होने वाले छोटे वाहन चलेंगे. नई दिल्ली इलाका 2018 तक 5 मेगावाट तक सौर ऊर्जा बनायेगा.
शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू के मुताबिक बुधवार को हुई स्मार्ट सिटी रिव्यू मीटिंग में कई अहम फैसले लिए गए और उन्हीं के तहत दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. नायडू के मुताबिक कनॉट प्लेस से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक की सड़क विश्वस्तरीय बनेगी. यानी चमचमाती चौड़ी और लकदक सड़कों पर स्मार्ट एलईडी बोर्ड होंगे जिन पर मौसम, ट्रैफिक और अन्य जरूरी सूचनाएं दिखेंगी.
नई दिल्ली की सड़कें और स्मार्ट बनेंगी यानि थ्रीडी ज़ेबरा क्रॉसिंग, पैदल पथ, खूबसूरत लैंड स्कैपिंग, स्मार्ट पोल्स पर एलईडी लाइट्स, अलग साईकिल ट्रैक, सीसीटीवी कैमरे और सड़क किनारे स्टेनलेस स्टील के फर्नीचर से नई दिल्ली की खूबसूरती में चार चांद लगेंगे. केंद्र सरकार ने देश के अन्य स्मार्ट सिटीज़ के लिए नई दिल्ली को रौशनी का मीनार यानी लाइट हाउस बनाने की ठान ली है. यानी स्मार्ट होने की राह पर आगे बढ़ रहे शहरों को नई दिल्ली प्रेरणा और हौसला देने को तैयार हो रही है.