संसद के बाहर प्रदर्शन की आज रणनीति बनाएंगे किसान संगठन, टिकैत बोले- शांतिपूर्ण होगा विरोध

19 जुलाई से शुरू होने वाले मॉनसून सत्र के दौरान किसान संसद के बाहर प्रदर्शन करेंगे. राकेश टिकैत ने कहा कि वहां (संसद की ओर) 200 लोग बस से जाएंगे, हम किराया देंगे, हम संसद के बाहर बैठेंगे जबकि सदन में कार्यवाही जारी रहेगी.

Advertisement
किसानों के बीच राकेश टिकैत (फाइल फोटो) किसानों के बीच राकेश टिकैत (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 14 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 12:02 PM IST
  • 19 जुलाई से शुरू हो रहा है मॉनसून सत्र
  • किसानों ने संसद के बाहर प्रदर्शन का बनाया प्लान

तीन कृषि कानूनों (New Farm Laws) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान (Farmers Protest) अब संसद भवन (Parliament) के बाहर धरने (Strike) पर बैठेंगे. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने इसका ऐलान किया है. टिकैत ने कहा कि आज हम बैठक करेंगे और रणनीति बनाएंगे.

19 जुलाई से शुरू होने वाले मॉनसून सत्र के दौरान किसान संसद के बाहर प्रदर्शन करेंगे. राकेश टिकैत ने कहा कि वहां (संसद की ओर) 200 लोग बस से जाएंगे, हम किराया देंगे, हम संसद के बाहर बैठेंगे जबकि सदन में कार्यवाही जारी रहेगी. राकेश टिकैत ने साफ किया कि यह शांतिपूर्ण विरोध होगा.

Advertisement

5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत

इस बीच किसानों ने ऐलान किया है कि 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में महापंचायत होगी. आजतक से खास बातचीत में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि सितंबर महीने में एक मीटिंग मुजफ्फरनगर होगी और वहीं से आगे की रणनीति तय होगी, सरकार के पास 2 महीने का वक्त है, बातचीत कर ले. 

राकेश टिकैत ने कहा था कि इस महापंचायत में हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब से किसान आएंगे और आगे की रणनीति पर विचार करेंगे. राकेश टिकैत ने कहा कि महापंचायत से पहले अगस्त सरकार बातचीत करना चाहती है या उसके दिमाग में कुछ है तो उसकी तैयारी कर सकती है. महापंचायत के सियासी मतलब के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि पता नहीं क्या होगा.

'जो वोट देते हैं, वह चुनाव लड़ सकते हैं, इसमें गलत क्या'

Advertisement

राकेश टिकैत ने कहा कि मुजफ्फरनगर में पूरे किसान इकट्ठा होंगे और देशभर के किसानों के लिए आगे की इफेक्टिव रूपरेखा होगी. किसान नेताओं के चुनाव लड़ने के सवाल पर टिकैत ने कहा कि चुनाव लड़ना क्या कोई गलत है, हम क्या वोट नहीं देते और अगर जो वोट देते हैं, वह चुनाव लड़ना चाहते हैं तो उसमें गलत क्या है, वह चुनाव लड़ सकते हैं.

राकेश टिकैत ने साफ किया कि मैं चुनाव नहीं लडूंगा, भारतीय किसान यूनियन को लेकर आगे की क्या रणनीति रहेगी, उसका अभी पता नहीं. उन्होंने कहा कि मैंने फिर से ट्रैक्टर की बात की है और इस बार नया ट्रैक्टर होगा, नए बंपर के साथ ज्यादा मजबूत होगा और पता नहीं हम कहां जाएंगे.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement