
केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के तमाम प्रदूषण जांच केंद्र के खुले रहने की टाइमिंग बढ़ा दी है. दिल्ली में 'प्रदूषण जांच केंद्र' अब तक सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक ही खुले रहते थे. अब वाहन चालकों की भीड़ को देखते हुए प्रदूषण जांच केंद्र 6 घंटे अधिक खुलेंगे.
4 सितंबर को इंडिया टुडे/आजतक ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि दिल्ली के कई 'प्रदूषण जांच केंद्र' में सर्वर धीमा होने की वजह से वाहन चालकों की भीड़ बढ़ गई है. फिलहाल दिल्ली सरकार द्वारा सर्वर की क्षमता बढ़ाने के लिए IT विभाग को निर्देश दिया गया है. इसके अलावा दिल्ली में हालात सामान्य होने तक, अब 'प्रदूषण जांच केंद्र' सुबह 7 बजे से रात 10 बजे तक खुले रहेंगे.
इसके अलावा नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद दिल्ली सरकार को रेस कोर्स में मौजूद एक पेट्रोल पंप के 'प्रदूषण जांच केंद्र' द्वारा तय फीस से अधिक राशि लेने की शिकायत मिली थी. दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के मुताबिक, शिकायत मिलने के बाद उस 'प्रदूषण जांच केंद्र' के आगे सर्टिफिकेट बनाने पर रोक लगा दी गई है. नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद ऐसा पहला मामला सामने आया है.
प्रदूषण सर्टिफिकेट न होने पर सबसे पहले 1,000 रुपये का चालान देना होता है. दूसरी बार नियम तोड़ने पर 2,000 रुपये और बार-बार यह नियम तोड़े जाने पर 10,000 रुपये तक का चालान देना पड़ सकता है. दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद रोजाना 40 से 50 हजार वाहन चालक प्रदूषण सर्टिफिकेट बनवाने के लिए 'प्रदूषण जांच केंद्र' का रुख कर रहे हैं, जो कि पहले से 3 गुना ज्यादा है.
फिलहाल पूरी दिल्ली में 940 प्रदूषण जांच केंद्र है. दिल्ली सरकार द्वारा तमाम प्रदूषण जांच केंद्र को ओवरचार्जिंग या किसी भी अन्य गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर तुरंत लाइसेंस सस्पेंड करने की चेतावनी भी दी गई है.