
निर्भया के गुनहगारों को फांसी दिए जाने की गूंज मंगलवार को राज्यसभा में सुनाई दी. आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और सुप्रीम कोर्ट से दोषियों को जल्द फांसी की सजा दिलाने के लिए हस्तक्षेप की अपील की.
हालांकि, बीजेपी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आप सरकार के कारण निर्भया केस में देरी हुई. केंद्रीय प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि 2017 में फैसला आया. इसके बाद जेल अथॉरिटी को लिखित में गुनहगारों को बताना होता है कि आपको सजा मिली, लेकिन ये नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता तो गुनहगार कबका फांसी पर लटक चुके होते. निर्भया के माता-पिता भी ये जानते हैं और उन्होंने आप पार्टी पर आरोप भी लगाया है. अब यहां आकर ड्रामा कर रहे हैं.
इससे पहले निर्भया के माता-पिता ने अरविंद केजरीवाल को मामले में देरी के लिए जिम्मेदार बताया था. जिसके बाद केजरीवाल ने कानूनी-दांव पेच को जिम्मेदार ठहराते हुए कानून में बदलाव की बात कही थी.
निर्भया के पिता ने कहा था, 'केजरीवाल के अधिकार में जेल अथॉरिटी है, वहीं से सब कुछ रुका हुआ है. पूरा सिस्टम केजरीवाल के हाथ में है.'
वहीं, निर्भया की मां ने कहा था, 'सरकार हमें सांत्वना देती रही और केस में देरी होती गई.' उन्होंने कहा था कि 7 साल पहले सरकार के लोग पूरी दिल्ली में झंडा उठाए कहते दिखे थे कि दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा करेंगे. लेकिन मुजरिम का वकील लगातार कह रहा कि फांसी नहीं होगी.