
नॉर्थ दिल्ली के 90 वॉर्डों को नॉर्थ एमसीडी ने बुधवार को खुले में शौचमुक्त घोषित कर दिया. इसकी घोषणा खुद मेयर प्रीति अग्रवाल और कमिश्नर पीके गुप्ता ने की है. मेयर ने इस दौरान कहा कि इस साल के अंत तक नॉर्थ एमसीडी के सभी 104 वॉर्ड खुले में शौचमुक्त हो जाएंगे.
सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया गया
नॉर्थ एमसीडी के मुताबिक इसके लिए पूरी उत्तरी दिल्ली में जगह-जगह सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया गया है. इस दौरान महिलाओं का विशेष तौर पर ध्यान रखा गया और बड़ी संख्या में सिर्फ महिला शौचालयों का निर्माण किया गया है. निगम के मुताबिक 180 सीटों वाले 9 शौचालयों का निर्माण सावदा-घेवरा, बवाना और नरेला में प्रस्तावित है, जो अक्टूबर तक बन कर तैयार हो जाएंगे. इसके अलावा डूसिब की मदद से झुग्गियों के पास 2,241 सीटों वाले शौचालयों का निर्माण भी किया जा रहा है, जो साल के अंत कर पूरा हो जाएगा.
पूरी उत्तरी दिल्ली खुले में शौचमुक्त होगी
एमसीडी ने बताया कि 48 शौचलायों में 96 सीटें सिर्फ महिलाओं के लिए हैं. इसके अलावा रैलियों, भीड़भाड़ वाले आयोजनों और सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए भी 200 सीटों वाले 20 मोबाइल टॉयलेट्स सेवा में उतारें जाएंगे ताकि लोगों को खुले में शौच के लिए ना जाना पड़े. इस दौरान निगम ने दावा किया कि 31 दिसंबर 2017 तक पूरी उत्तरी दिल्ली को खुले में शौचमुक्त घोषित कर दिया जाएगा. नॉर्थ एमसीडी कमिश्नर पीके गुप्ता ने बताया कि फिलहाल निगम के अंतर्गत 499 कम्युनिटी टॉयलेट, 1163 यूरिनल्स और 41 महिला शौचालय हैं. साथ ही में 318 वॉटरलैस यूरिनल्स भी हैं.
स्वच्छ सर्वे में रैंकिंग से उठे थे सवाल
आपको बता दें कि इसी साल हुए स्वच्छ सर्वेक्षण में दिल्ली के तीनों निगमों की रैंकिंग काफी ज्यादा खराब रही थी, जिसके बाद निगम की काफी किरकिरी हुई थी. नॉर्थ एमसीडी दिल्ली के तीनों निगमों से सबसे पीछे रही थी और उसे पूरे देश में 279वां स्थान मिला था. साउथ एमसीडी को इस सर्वे में जहां 202वां स्थान मिला था, तो वहीं ईस्ट एमसीडी 196 नंबर पर रही थी.