
उत्तरी दिल्ली नगर निगम की वित्तीय हालत बेहद खराब होती जा रही है. यही वजह है कि विकास कार्यों की तो छोड़िए, अब कर्मचारियों की सैलरी देने के लिए फंड तक उपलब्ध नहीं है. निगम के ज़्यादातर विभागों में काम करने वाले कर्मचारियों को भी तीन महीने से लेकर छह महीने तक की सैलरी नहीं मिली है.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में आने वाले सबसे बड़े अस्पताल हिन्दू राव में मेडिकल सेवाओं पर संकट आना शुरू हो गया है. दरअसल यहां पर काम करने वाले तकरीबन 600 डॉक्टर्स और चार सौ नर्सेज को बीते तीन महीने से सैलरी नहीं मिली है. वहीं कुछ ऐसे भी कर्मचारी हैं जिन्हें छह महीने की सैलरी नहीं मिली है.
यही वजह है कि कई चेतावनियों के बाद भी जब बात नहीं बनी तो डॉक्टरों ने हड़ताल का फैसला ले लिया है. डॉक्टर और नर्स अब सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक रोजाना तीन घंटे हड़ताल पर रहेंगे. फिर सोमवार से दिन भर की हड़ताल जारी रखी जाएगी. रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के महासचिव डॉक्टर संजीव का कहना है कि ये कदम को मजबूरी में उठा रहे हैं. सैलरी न मिल पाने की वजह से अब घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है. कई डॉक्टर्स को अपने बच्चों की फीस भरना मुश्किल साबित हो रहा है.
कमिश्नर ने खड़े किए हाथ
वहीं इस मसले पर उत्तरी दिल्ली नगर निगम की कमिशनर वर्षा जोशी ने भले ही मीडिया को कोई जवाब न दिया हो पर उन्होंने ट्वीट करके इस स्थिति पर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं. वर्षा जोशी ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें इस समस्या की जानकारी है, लेकिन जब तक दिल्ली सरकार फंड जारी नहीं करेगी, स्थिति नहीं सुधर पाएगी. वर्षा जोशी ने ट्वीट कर ये भी कहा कि उन्हें भी बीते कई महीनों से सैलरी नहीं मिली है.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर सरदार अवतार सिंह का कहना है कि उन्हें अभी पद पर आए हुए एक महीना भी नहीं हुआ है और उनके पास कोई जादू की छड़ी नहीं है कि इतनी पुरानी समस्या का तत्काल हल निकाल सके. उन्होंने कहा है कि वो इस मसले पर बातचीत कर रहे हैं और उम्मीद है कि आने वाले समय में इसका कोई स्थायी हल निकलेगा. अवतार सिंह ने इस मसले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मिलने का समय मांगा है.