
दिल्ली में 11 जुलाई को जंतर मंतर में शाम 7 बजे 'नॉट इन माइ नेम' अभियान होने वाला है. ये अभियान अमरनाथ यात्रियों की मौत के शोक के लिए किया जा रहा है. इसके लिए चौकसी की मांग की गई है.
कश्मीर पुलिस ने एक बयान जारी किया है कि हमला एक पुलिस वैन पर था. हमले के दौरान आर्मी और पुलिस ने भी आतंकियों पर फायरिंग की. क्रॉस फायरिंग में ही कई गोलियां चली. इससे पहले कभी भी अमरनाथ यात्रियों पर ऐसे हमले नहीं हुए है, जबकि घाटी की स्थिति वर्तमान मौजूदा स्थिति से भी बदतर थी. हम इस खबर से दुखी हैं कि अमरनाथ के रास्ते में 7 तीर्थयात्रियों को उन लोगों द्वारा हमले में मार दिया गया है जिन्हें केवल मानवता का दुश्मन कहा जा सकता है.
कश्मीरी लोगों ने हमेशा इस बात पर गर्व महसूस किया है कि यात्रा हमेशा सुरक्षित थी और कभी भी किसी भी खतरे में नहीं आई थी. यह दुर्भाग्यपूर्ण है, इस बार ऐसा हुआ.
यह अभियान जंतर मंतर पर इकट्ठा करने की बात नहीं है. यह मारे गए लोगों के परिवारों के साथ घृणा और दुःख के प्रति जागरुकता में खड़ा है. 'नॉट इन माइ नेम' के पोस्टर लें और कृपया मारे गए लोगों के परिवारों के साथ खड़े हो. हम नफरत के खिलाफ खड़े हैं. हम सभी नागरिकों से शांति सुनिश्चित करने और हिंसा के किसी भी कॉल का विरोध करने के लिए कहते हैं.