
पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए विवादित बयान के बाद बीजेपी से निष्कासित प्रवक्ता नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से इनकार कर दिया है. जिसके साथ ही याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से याचिका वापस ले ली है.
सुनवाई के दौरान CJI यू यू ललित की बेंच ने कहा कि आपकी याचिका यूं तो सहज दिखती है लेकिन इसके दूरगामी परिणाम होंगे. नूपुर शर्मा ने 27 मई को एक टीवी शो में पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी की थी. इसके बाद भाजपा ने नूपुर को निष्कासित कर दिया था.
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अबु सोहेल ने याचिका दाखिल कर नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग की थी. याचिका में कहा गया था कि नूपुर शर्मा के बयान ने देश और विश्व भर में बड़ा असंतोष और कोलाहल मचाया है. इससे हमारे राष्ट्र की छवि कलंकित हुई है.
इस मामले में नूपुर लगातार विरोध का सामना कर रही हैं. हालांकि मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने नूपुर शर्मा के समर्थन का ऐलान किया था. राज ठाकरे ने कहा था कि हर कोई नूपुर शर्मा से माफी मांगने के लिए कह रहा है. लेकिन मैं उनका समर्थन करता हूं. राज ठाकरे ने कहा, नूपुर शर्मा ने जो कहा, उसे जाकिर नाइक ने भी पहले कहा था. लेकिन किसी ने नाइक से माफी मांगने के लिए नहीं कहा.
ये है नूपुर शर्मा विवाद
नूपुर ने जून 2022 में एक टीवी डिबेट में पैगंबर मुहम्मद के बारे में विवादास्पद बयान दिया था. इसे लेकर काफी विवाद हुआ था. कई मुस्लिम देशों ने बयान की निंदा की थी. विवाद बढ़ने के बाद नूपुर ने माफी मांग ली थी. कई राज्यों में नूपुर शर्मा पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने के आरोप में केस भी दर्ज हुए. राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयाल और पुणे में केमिस्ट उमेश कोल्हे की नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने पर हत्या भी कर दी गई थी.