
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सरकार ने वायु प्रदूषण कम करने के लिए ऑड इवन का फॉर्मूला लागू किया. पहले ही दिन से राज्य सरकार इस फॉर्मूले को सफल भी बता रही है. शुरुआती तीन दिनों में प्रदूषण की जांच की गई तो आंकड़े उत्साहजनक भी थे, लेकिन चौथे दिन सोमवार को राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर बीते तीन दिनों के मुकाबले बढ़ा हुआ दर्ज किया गया.
आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को दिल्ली में PM10 श्रेणी में प्रदूषण का स्तर 500-600 माइक्रोन दर्ज किया गया, जबकि पिछले तीन दिनों में यह 300 माइक्रोन दर्ज किया गया था. हालांकि आदर्श स्तर की बात करें तो यह 100 माइक्रोन रहना चाहिए.
इसी तरह PM2.5 श्रेणी में सोमवार को राजधानी में प्रदूषण का स्तर 250-300 माइक्रोन दर्ज किया गया, जबकि पिछले तीन दिनों में यह 150 माइक्रोन दर्ज किया गया था. आदर्श स्तर यानी साफ हवा की बात करें तो यह 60 माइक्रोन रहना चाहिए.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
जानकारों का कहना है कि प्रदूषण के स्तर में यह बढ़ोतरी मौसम में रविवार रात 1बजे आए बदलाव के कारण भी हो सकता है. हवा की गति कम होने के कारण, करीब 60 फीसदी आद्रता होने के कारण भी प्रदूषण का स्तर बढ़ता है. विशेषज्ञ यह भी कहते हैं कि अगर ऑड इवन फॉर्मूला लागू नहीं होता तो प्रदूषण के आंकड़े और भी खतरनाक हो सकते थे.
हालांकि, इन आंकड़ों की पिछले साल के आंकड़ों से तुलना इसलिए भी नहीं की जा सकती है कि गत वर्ष इस समय दिल्ली में बारिश हुई थी और इस वजह से प्रदूषण के स्तर में गिरावट दर्ज की गई थी.