
32000 टन प्याज सड़ने और उसमें घोटाले का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी संजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को पत्र लिखा है. उनका कहना है कि इसकी जांच करवानी चाहिए. साथ ही उनका कहना है कि अगर रामविलास पासवान ने पत्र का जवाब नहीं दिया तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा.
प्याज सड़ने के मामले में क्या हुई कार्रवाई?
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह, सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता का कहना है कि खुद केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने लोकसभा में कहा है कि 32000 टन प्याज सड़ गया है. प्याज सड़ने को लेकर क्या कार्रवाई की गई? साथ ही इसको लेकर क्या किसी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की गई या सिर्फ कागजों में ये मुद्दा पड़ा है. यह एक घोटाला है. जब प्याज उनके पास इतना ज्यादा पड़ा हुआ था तो आखिर इसे राज्यों और जनता को सस्ते दामों में क्यों नहीं दिया गया.
संजय सिंह का कहना है, 'आज पूरे देश में प्याज का गंभीर संकट पैदा हो गया है. जनता प्याज की महंगाई से रो रही है और संसद के अंदर देश की लोकसभा में मंत्री जी ने जो बयान दिया है वह बहुत हैरान करने वाला है. रामविलास पासवान ने जो लोकसभा में बयान दिया है जिसको मीडिया ने दिखाया भी है, बताया भी है कि 32000 टन प्याज सड़ गई.'
संजय सिंह ने उठाए सवाल
संजय सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा कि सरकारी गोदामों में 32000 टन प्याज सड़ गया उसका क्या प्रमाण है? क्या वो रजिस्टर में दर्ज की गई? क्या सरकार के पास भंडारण की व्यवस्था नहीं है? अगर 32000 टन प्याज सड़ गया तो जाहिर है कि प्याज तो 1 दिन में नहीं सड़ा होगा. इस प्याज को सड़ने में कई दिन लगे होंगे. अगर प्याज सड़ना शुरू हुआ था तो आपने सस्ते दामों में राज्यों को क्यों नहीं दिया. साथ ही सस्ते दामों में जनता को प्याज क्यों नहीं दिया गया.
आगे उन्होंने कहा कि क्या इस देश की सरकार को प्याज सड़ना मंजूर है लेकिन गरीब आदमी की थाली में पहुंचाना मंजूर नहीं. क्या इस देश की सरकार को सस्ते दामों में प्याज बेचना मंजूर नहीं बल्कि उसको सड़ना मंजूर है तो यह एक बड़ा सवाल है.
रामविलास पासवान को लिखी चिट्ठी
संजय सिंह का कहना है कि रामविलास पासवान को एक चिट्ठी भी लिखी है. उनसे कुछ प्रश्न पूछे हैं. वहीं दिल्ली सरकार को 5 सितंबर को एक पत्र लिखा गया है रामविलास पासवान के मंत्रालय को लिखे गए इस खत में कहा गया है कि 56 हजार मैट्रिक टन प्याज केंद्र सरकार के पास उपलब्ध है जितना प्याज ले सकते हैं. हमने उनसे मांग की है कि 9 दिसंबर तक प्याज हमें भेजिए लेकिन सरकार ने आज 23 ट्रक प्याज रोज के हिसाब से भेजा और अचानक प्याज की सप्लाई बंद कर दी. आखिर प्याज कहां गया?
साथ ही उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार को प्याज क्यों नहीं दिया गया. इस पर मंत्री जी से हमने यह भी पूछा है कि क्या वास्तव में सड़ी है. कागजों में इसको सड़ा दिखा दिया गया और इसमें कोई बड़ा घोटाला किया गया.
जबाव न मिलने पर जाएंगे कोर्ट
आगे उनका कहना है कि हमने यह भी सवाल पूछा है कि अगर 32000 टन प्याज सड़ गया है तो क्या किसी अधिकारी पर इसको लेकर कार्रवाई हुई है. सरकार ने कोई कदम उठाया. क्या इसको लेकर कोई कार्रवाई की गई. यह सरकार की गलत नीतियों के कारण हुआ है.
साथ ही उन्होंने कहा कि यह प्याज के घोटाले के कारण उत्पन्न हुआ है इसलिए हमने मंत्री को चिट्ठी लिखी है और उनसे जवाब मांगा है. अगर वह जवाब नहीं देंगे तो सीबीआई जांच के लिए पूरे मामले की जांच के लिए कोर्ट में भी जाएंगे. इस पत्र को लिखने के बाद अगर जवाब नहीं आता है तो इस पर आगे की कार्रवाई भी करेंगे.