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पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी पर सवाल खड़े करते हुए अब आम आदमी पार्टी ने केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लिया है. 'आप' नेताओं ने बयान जारी करते हुए पूछा है कि जब अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चा तेल सस्ता है तो बावजूद इसके पेट्रोल-डीज़ल के दाम शिखर पर क्यों हैं?
'आप' प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने अपने बयान में ताज़ा आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि आज दिल्ली में पेट्रोल के दाम ₹76.24 हैं, कोलकाता में ₹78.91 है, चेन्नई में ₹79.13 है, जबकि मुम्बई में ₹84.07 हैं. हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल के दाम साल 2013 के मुकाबले काफ़ी कम हुए हैं. समझ नहीं आता कि जब क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट आई है तो भारतीय बाज़ार में पेट्रोल-डीज़ल के दाम कम करने की बजाए बढ़ाए क्यों जा रहे हैं?
आम आदमी पार्टी का कहना है कि 'बहुत हुई महंगाई की मार अबकी बार मोदी सरकार' का नारा देकर, जनता से वोट मांगकर सत्ता में आई मोदी सरकार ने देश की जनता के साथ विश्वासघात किया है. जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है, चाहे वो पेट्रोल-डीज़ल हो, घरेलू गैस हो या फिर खाने पीने के ज़रूरत की चीज़ें हो, महंगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.
'आप' प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने अपने बयान में कहा है कि "साल 2013 में जब डॉलर के मुकाबले रुपया ₹63.88 पर था तब अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की क़ीमत लगभग 109 डॉलर प्रति बैरल पर थी तब दिल्ली में पेट्रोल के दम 69 रुपए और डीज़ल के दाम 64 रुपए के आसपास थे.
उन्होंने आरोप लगाया कि जब केंद्र में मोदी सरकार सत्ता में आई तो कच्चे तेल की कीमत घटकर एक समय 30 डॉलर प्रति बैरल हो भी गई, लेकिन पीएम मोदी ने आम आदमी को कोई राहत नहीं दी"
आम आदमी पार्टी का आरोप है कि जब से मोदी सरकर सत्ता में आई है लगभग 200% एक्साइज ड्यूटी पेट्रोल पर और लगभग 450% एक्साइज़ ड्यूटी डीज़ल पर बढाई जा चुकी है.
'आप' नेताओं का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश को जनता से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि चुनावी वादों के उलट केंद्र की बीजेपी सरकार पेट्रोल डीजल के दाम घटाने में नाकाम रही है.