
पीएम नरेंद्र मोदी ने नोएडा में मेजेंटा लाइन मेट्रो के उद्घाटन कर क्रिसमस पर दिल्लीवालों को एक बड़ा तोहफा दिया है. हालांकि इस तोहफे से दिल्ली की सत्ता में बैठी आम आदमी पार्टी में बड़ी नाराज़गी है.
सीएम अरविंद केजरीवाल को पीएम की मौजूदगी वाले उद्घाटन कार्यक्रम में आमंत्रित ही नही किया गया जो केंद्र और 'आप' सरकार के बीच विवाद की नई वजह बन गया है. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया है कि पीएम मोदी असल में अरविंद केजरीवाल से डर गए, इसलिए उन्हें मेजेंटा लाइन मेट्रो के उद्घाटन में नहीं बुलाया गया.
गौरतलब है कि दिल्ली मेट्रो में केंद्र और राज्य सरकार की भागीदारी 50-50% है. पीएम मोदी ने 25 दिसंबर 2017 को जिस मेजेंटा लाइन मेट्रो को हरी झंडी दिखाई उसका 70% हिस्सा दिल्ली से होकर गुजरता है. इसके बावजूद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को उद्घाटन कार्यक्रम का हिस्सा नही बनाया गया.
पीएम को किस बात का था डर!
दिल्ली सरकार में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सीएम केजरीवाल को न बुलाए जाने की दिलचस्प वजह बताई है. सिसोदिया ने ट्वीट करते हुए लिखा-
'दिल्ली के मुख्यमंत्री को दिल्ली मेट्रो के उद्घाटन में ना बुलाना दिल्ली की जनता का अपमान है. ना बुलाने की केवल एक ही वजह है. इन्हें डर था कि कहीं केजरीवाल प्रधानमंत्री जी से जनता के लिए मेट्रो किराए कम करने की मांग ना कर दें.'
दिल्ली के मुख्यमंत्री को दिल्ली मेट्रो के उद्घाटन में ना बुलाना दिल्ली का जनता का अपमान है।
ना बुलाने की केवल एक ही वजह है - इन्हें डर था कि कहीं केजरीवाल प्रधानमंत्री जी से जनता के लिए मेट्रो किराए कम करने की मांग ना कर दें।
— Manish Sisodia (@msisodia) December 25, 2017उधर आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने ट्वीट करते हुए लिखा- 'देश के प्रधानमंत्री कहते हैं कि सबका साथ, सबका विकास. त्रासदी देखिए कि वो दिल्ली में रहते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री को साथ लेकर नहीं चल सकते. मिलने पर केजरीवाल के अभिवादन का जवाब तक नहीं देते. वो सबका विकास कैसे कर सकता है? सोचियेगा ज़रूर?'
दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने 'आजतक' से खास बातचीत में कहा कि दिल्ली के सीएम को बुलाया जाना चाहिए था. डीएमआरसी में दिल्ली सरकार का आधा हिस्सा है, दिल्ली मेट्रो का जहां भी विकास हो रहा है उसमें केजरीवाल सरकार का अहम रोल है. हमारी अपील है कि पीएम मोदी क्रेडिट ले लें, लेकिन दिल्लीवालों के लिए मेट्रो का किराया कम कर दें.'