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PM मोदी चुनावी रैलियों में हंस रहे हैं और लोग अस्पतालों में मर रहे: प्रियंका गांधी

प्रियंका गांधी ने कहा कि चुनावी रैलियां करने के लिए यह महामारी का दौर बिलकुल भी सही नहीं है. ऐसे समय में जब पीएम को लोगों के आंसू पोछने चाहिए थे और इस महामारी से बचाना चाहिए था तब वो रैलियां कर रहे हैं.

प्रियंका गांधी (फाइल फोटो) प्रियंका गांधी (फाइल फोटो)
मौसमी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 21 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 7:08 AM IST
  • कोरोना की दूसरी लहर आने पर सरकार का रवैया बेहद निराशाजनक: प्रियंका गांधी
  • पीएम को चुनावी रैलियां करने के लिए यह महामारी का दौर बिलकुल भी सही नहीं है: प्रियंका गांधी

कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को कहा कि इस कोरोना महामारी के दौरान लोग इलाज के बिना मर रहे हैं, यह सब देखकर उनका मन बहुत ज्यादा ही दुखी है. उन्होंने इस दौरान पीएम मोदी की चुनावी रैलियों पर भी सवाल उठाया. IANS को दिए अपने इंटरव्यू में प्रियंका ने कहा कि चुनावी रैलियां करने के लिए यह महामारी का दौर बिलकुल भी सही नहीं है. ऐसे समय में जब पीएम को लोगों के आंसू पोछने चाहिए थे और इस महामारी से बचाना चाहिए था तब वो रैलियां कर रहे हैं. चुनावी सभाओं में हंसते हुए नज़र आ रहे थे.  

प्रियंका ने कहा कि देश में कोरोना की दूसरी लहर आने पर सरकार का रवैया बेहद निराशाजनक रहा है. एक तरफ देशभर में लोग कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं तो दूसरी तरफ प्रधानमंत्री चुनावी रैलियों में व्यस्त हैं. इस समय सरकार को महामारी से निपटने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देनी चाहिए थी, लेकिन ग्राउंड पर सरकार के काम नजर नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों ने भी मौजूदा सरकार को कई जरुरी और सही सलाह दीं, लेकिन राजनीति करने के चक्कर में उन्होंने सलाह को दरकिनार कर दिया.

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प्रियंका ने आगे कहा कि देश भर के छोटे व्यवसायों में लाखों गरीबों और लाखों ईमानदार श्रमिकों का क्या? वे अब क्या करेंगे? वो भी ऐसे दौर में जब हम लॉकडाउन के भय को जी रहे हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार उनकी मदद करने के लिए क्या कर रही है? यूपी सरकार के खुद के सीरो सर्वे के नतीजों से पता चला कि 5 करोड़ लोगों में वायरस होने के संकेत हैं.  

कांग्रेस महासचिव ने सवाल उठाया कि कई अन्य सीरो सर्वे में दूसरी लहर आने के संकेत मिले थे, मोदी सरकार ने इस शोध को क्यों रोका और इसके निष्कर्षों को नजरअंदाज किया. डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ और फ्रंटलाइन वर्कर्स देश भर में COVID के खिलाफ युद्ध लड़ रहे हैं, अपने जीवन को खतरे में डाल रहे हैं, ऐसे में प्रधानमंत्री ने उनके इन्श्योरेंस प्रोग्राम को रद्द करके उन्हें दंडित किया है. उन्होंने कहा कि इस तरह की असंवेदनशील सरकार मैंने पहले नहीं देखी.
 

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