
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ बेशक कांग्रेस का गठबंधन नहीं हुआ, लेकिन कांग्रेसी मंत्री अब केजरीवाल सरकार के काम के कायल हो रहे हैं. एमपी और पुडुचेरी के शिक्षा मंत्रियों ने केजरीवाल सरकार के स्कूलों का दौरा किया और ऐसा ही शिक्षा मॉडल अपने राज्यों में भी लागू का ऐलान कर डाला.
कांग्रेस के होने के बावजूद दोनों मंत्रियों ने जमकर केजरीवाल सरकार के सरकारी स्कूलों में किए गए काम की न सिर्फ तारीफ की, बल्कि ऐसे ही काम और कार्यक्रम अपने यहां भी लागू करने का वादा किया.
मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा, 'मनीष जी का मेरे पास फोन आया था तो मुझे खुशी हुई. मैं भी चाहता था कि दिल्ली में एजुकेशन में जो काम हुआ उसको देखूं. मुझे खुशी हुई कि उन्होंने मुझे खुद आमंत्रित किया है. आज हम एक दो स्कूलों में गए और देख रहे हैं कि उन्होंने जो काम किया है, वो निश्चित रूप से सराहनीय काम है.'
पुडुचेरी के शिक्षा मंत्री कमला कन्नन ने कहा, 'तीन महीने पहले हमने अपने डायरेक्टर और टीम को हैप्पीनेस करिकुलम के बारे में स्टडी करने भेजा था और वो इसकी तैयारी कर रहे हैं. आने वाले सत्र में हम इसको अपने यहां लागू करने की कोशिश करेंगे.'
दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया इन दिनों हैप्पीनेस करिकुलम के प्रचार के लिए कई राज्यों के शिक्षा मंत्रियों का दौरा स्कूलों में करा रहे हैं. मनीष सिसोदिया के मुताबिक, अगर किसी राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा काम हो रहा है तो उससे सीखने में कोई परहेज नहीं होना चाहिए.
बहरहाल कांग्रेसी राज्यों से सराहना मिलना आम आदमी पार्टी सरकार की बड़ी राजनीतिक जीत है, खासतौर से तब जब दिल्ली विधानसभा चुनाव सिर्फ 6 महीने दूर हों.