
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के रिश्तेदार विनय बंसल को तीस हजारी कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने पिछले हफ्ते पीडब्ल्यूडी घोटाले में विनय बंसल को गिरफ्तार किया था. फिलहाल कोर्ट ने विनय बंसल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ भेज दिया है. कोर्ट ने बंसल की जमानत याचिका भी खारिज कर दी है.
एडिशनल सेशन जज संजय खनगवाल के सामने गुरुवार को बंसल को 2 दिन की पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद एसीबी ने पेश किया था.
एसीबी की पूछताछ पूरी
सुनवाई के दौरान एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के वकील ने कोर्ट में कहा कि उन्होंने बंसल से पूछताछ कर ली है, फिलहाल उनकी कस्टडी की जरूरत नहीं है, जबकि बंसल के वकील बीएस जून ने जमानत देने की मांग करते हुए कहा कि बंसल को न्यायिक हिरासत में रखने की अब कोई जरूरत नहीं है. एसीबी भी कस्टडी में बंसल से पूछताछ कर चुका है.
बचाव पक्ष के वकील ने जिरह करते हुए कहा कि वो कहीं भागकर जाने वाले नहीं हैं. उनके मुवक्किल को तो झूठे मामले में फंसाया गया है. जमानत उनका अधिकार है. उसकी तबीयत भी ठीक नहीं है ऐसे में जमानत प्रदान की जाए, लेकिन कोर्ट ने सारे तर्क सुनने के बाद जमानत याचिका खारिज कर दी.
विनय बंसल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साढू के बेटे हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने फर्जी बिल लगाकर गलत तरीके से सरकार के पास बिल पेश कर करोड़ों का घोटाला किया है.
टेंडर के लिए फर्जीवाडा
आरोप है कि सुरेंद्र बंसल ने अनुमानित लागत 4 लाख 90 हजार से 46 फीसदी नीचे पर पीडब्ल्यूडी का टेंडर हासिल किया था. उनके द्वारा कराए गए रोड और सीवर के काम की क्वालिटी भी ठीक नहीं होने की बात कही गई थी. इस जांच में महादेव कंपनी से सीमेंट और लोहा खरीदने का पता लगा, लेकिन इस कंपनी से कोई कारोबार हुआ ही नहीं था.
विनय बंसल अपने पिता सुरेंद्र बंसल के साथ 50 फीसदी के पार्टनर थे. इनसे पूछा गया कि महादेव कौन सी कंपनी थी. इसका उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. इसके बाद एसीबी ने उसे गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में पिछले साल 8 मई को सुरेंद्र, विनय बंसल और PWD के कई अधिकारियों के खिलाफ तीन मामले दर्ज किए गए थे.