
यूपी चुनाव के बाद अब कांग्रेस दिल्ली नगर निगम के चुनावों के लिए कमर कस रही है. मंगलवार शाम कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने रामलीला मैदान में रैली के साथ पार्टी के मिशन एमसीडी का आगाज किया.
रैली में राहुल गांधी ने कहा, 'कांग्रेस के कार्यकर्ता, नेता, विधायक और सांसद आपको हमारी विचारधारा और आप और बीजेपी की विचारधारा में अंतर बताएंगे. वे सभी जानते हैं कि हर किसी में कुछ न कुछ खासियत और होशियारी होती है. इसीलिए हम सबकी सुनने की कोशिश करते हैं और उसके बाद सरकारें चलाते हैं.'
मोदी पर बात रखते हुए राहुल ने कहा- यूपी में चुनाव हो चुके हैं. हम आपको बताएंगे कि वाराणसी के लोगों से प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा. मोदी ने वहां कहा, मां गंगा ने हमें बुलाया है, गंगा मां हम सबकी हैं. आप घमंड समझो, एक आदमी खड़ा होता है कि गंगा मां सिर्फ मेरी है. क्या गंगा मां के हम सब बेटे नहीं हैं?
राहुल गांधी ने रैली में कहा कि 'आप' के कुछ लोग मुझसे मिलने आए थे. मैंने उनसे पूछा कि आप केजरीवाल के लिए काम करते हो, क्या आपको लगता है कि केजरीवाल ने भ्रष्टाचार कम किया है? और क्या वे भ्रष्टाचार खत्म कर सकते हैं? उन्होंने जवाब दिया- हमें पता है कि वे भ्रष्टाचार खत्म नहीं कर सकते. उन्होंने कहा- दिल्ली में बहुत गुस्सा है, केजरीवाल सिर्फ उस गुस्से का इस्तेमाल करता है."
राहुल गांधी ने कहा, मोदी जी और केजरीवाल जी दोनों ही भारत और दिल्ली के लोगों का समय बर्बाद कर रहे हैं. कांग्रेस के कार्यकर्ता बब्बर शेर हैं, आप लोगों को घबराने और डरने की जरूरत नहीं है.
मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि जब अमेरिका में हमारे लड़के मर रहे थे तो मोदी जी ने एक भी शब्द क्यों नहीं कहा? क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री अमेरिका से डरे हुए थे... भारत का पीएम डरता है.
केजरीवाल और बीजेपी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा, 'इस बार जो बच्चे डेंगू के कारण मरे, क्या कांग्रेस के समय वो मरते थे? नहीं.'
आसान नहीं जीत की राह
दिल्ली की सत्ता में जीत की हैट्रिक लगाने वाली कांग्रेस आज यहां हाशिए की ओर जाती दिख रही है. एमसीडी में भी पार्टी पिछले एक दशक से विपक्ष में है. ऐसे में आने वाला चुनाव कांग्रेस के लिए वापसी का बेहतरीन मौका है. आज की रैली की कामयाबी से वोटरों के बीच पार्टी को लेकर मूड का अंदाजा मिलेगा. महाराष्ट्र, उड़ीसा, गुजरात और चंडीगढ़ के स्थानीय चुनाव में करारी हार मिलने के बाद पार्टी दिल्ली में कोई चांस लेने के मूड में नहीं है. लिहाजा पार्टी के सीनियर नेताओं ने एमसीडी चुनाव के लिए खास प्लान तैयार किया है. राहुल की रैली इसी योजना का हिस्सा है.
क्या हैं सियासी समीकरण?
दिल्ली में तीनों एमसीडी मिलाकर कुल 272 वार्ड हैं. इनमें से 136 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं. साल 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 250 वार्डों में बढ़त हासिल की थी. लेकिन अगले साल हुए उप-चुनाव में कांग्रेस ने 13 में से 5 सीटों पर जीत का डंका बजाया. दूसरी ओर, बीजेपी को उम्मीद है कि मोदी मैजिक पार्टी को 15 साल के एंटी-इंकबेंसी से बचाएगा.