
रेल मंत्रालय (Ministry Of Railways) ने रेलवे स्टेशनों के डेवलपमेंट के लिए नौ साल पहले बनाई गई इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (IRSDC) को बंद कर दिया है. इस बारे में जारी आदेश के मुताबिक, IRSDC के हाथों डिवेलप किए जा रहे रेलवे स्टेशनों का काम संबंधित जोनल रेलवे को ट्रांसफर कर दिया गया है. IRSDC देशभर में 50 रेलवे स्टेशनों के डेवलपमेंट का काम देख रही थी लेकिन उसके काम को लेकर रेलवे संतुष्ट नहीं थी. IRSDC ने अब तक गांधीनगर का एक रेलवे स्टेशन रीडिवेलप करके देश को समर्पित किया है. जबकि, भोपाल का हबीबगंज रेलवे स्टेशन तैयार है.
रेल मंत्रालय के तहत यह दूसरा संगठन है, जिसे बंद करने का आदेश जारी किया गया है. इससे पहले सात सितंबर, 2021 को भारतीय रेलवे वैकल्पिक ईंधन संगठन को बंद किया गया था.
दरअसल, वित्त मंत्रालय ने एक रिपोर्ट में सिफारिश की थी कि सरकार निकायों को बंद करके या विभिन्न मंत्रालयों के तहत कई संगठनों का विलय करके उन्हें काम करने लायक बनाए. रेलवे बोर्ड ने सोमवार देर रात जारी आदेश में कहा कि IRSDC जिन स्टेशनों का प्रबंधन करता है, उन्हें संबंधित क्षेत्रीय रेलवे को सौंपा जाएगा और निगम आगे के विकास के लिए परियोजनाओं संबंधी सभी दस्तावेज भी उन्हें सौंपेगा. IRSDC का गठन मार्च 2012 में किया गया था.
IRSDC कई और परियोजनाओं के अलावा मुंबई में छत्रपति शिवाजी टर्मिनस के पुनर्विकास के लिए बोली प्रक्रिया में भी शामिल था. IRSDC ने हाल ही में केएसआर बेंगलुरु रेलवे स्टेशन और चंडीगढ़ में ‘रेल आर्केड’ की स्थापना के लिए बोलियां आमंत्रित की थीं. उसने पूरे दक्षिण भारत में 90 रेलवे स्टेशन के सुविधा प्रबंधन की योजना की भी घोषणा की थी.